इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमत में बड़ी गिरावट देखने को मिल चुकी है. खाड़ी देशों के कच्चे तेल से लेकर अमेरिकी क्रूड ऑयल की कीमत में बड़ गिरावट देखने को मिल रही है. ब्रेंट क्रूड ऑयल 72 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ चुका है. वहीं डब्ल्यूटीआई 70 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ चुका है. जानकारों की मानें तो चीन और अमेरिका के डाटा हेल्दी ना के कारण कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है. वहीं दूसरी ओर ओपेक भी एक अक्टूबर से प्रोडक्शन बढ़ाने के संकेत दे चुके हैं. जिसका असर कच्चे तेल की कीमतों में देखा जा रहा है. लीबिया का प्रोडक्शन का इश्यू भी रिसॉल्व हो चुका है. ऐसे में कच्चे तेल की कीमत में और गिरावट देखी जा रही है.
जानकारों का मानना है कि कच्चे तेल की कीमतों गिरावट जारी रह सकती है. कुछ का कहना है कि खाड़ी देशों का तेल 65 डॉलर प्रति बैरल तक नीचे आ सकता है. जबकि कुछ का कहना है कि अगर ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम 70 डॉलर से नीचे आए तो ओपेक प्रोडक्शन बढ़ाने का फैसला टाल सकते हैं. ऐसे में कच्चे तेल की कीमतें फिर से ऊपर आ जाएंगी.
वहीं दूसरी ओर फेड की ओर से इंट्रस्ट रेट में कटौती भी कच्चे तेल की कीमतों को सपोर्ट करेगी. अब सबसे बड़ा सवाल ये खड़ा हो गया है कि क्या पेट्रोल और डीजल के दाम कम होंगे? एक्सपर्ट के मुताबिक अगर कच्चे तेल की कीमतें 65 डॉलर तक आ जाती हैं तो पेट्रोल और डीजल की कीमत में 5 रुपए की गिरावट देखने को मिल सकती है. आइए पेट्रोल और डीजल का गणित समझने की कोशिश करते हैं.
खाड़ी देशों का कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम 73 डॉलर से नीचे आ गए हैं. विदेशी बाजारों के अनुसार ब्रेंट क्रूड ऑयल के दौरान कारोबारी सत्र के दौरान 72.61 डॉलर प्रति बैरल पर देखने को मिले. वैसे मौजूदा समय में कीमतें 73.55 डॉलर पर देखने को मिल रही है. खास बात तो ये है कि बीते 24 घंटे में ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत 6.33 फीसदी की गिरावट देखने को मिल चुकी है. वहीं अगर बात 15 अगस्त के बाद से बात करें तो खाड़ी देशों के तेल की कीमत में 10.36 फीसदी की गिरावट आ चुकी है. कुछ जानकारों की मानें तो खाड़ी देशों का कच्चा तेल और 5 से 8 डॉलर तक टूट सकता है.
वहीं दूसरी ओर अमेरिकी कच्चे तेल की कीमत में और गिरावट देखने को मिल चुकी है. आंकड़ों के अनुसार कारोबारी दिन में अमेरिकी तेल के दाम 69.10 डॉलर प्रति बैरल पर आ गए. मौजूदा समय में अमेरिकी तेल की कीमत 69.98 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. वैसे 7.14 फीसदी प्रति बैरल की गिरावट देखने को मिल चुकी है. खास बात तो ये है कि 15 अगस्त के बाद से अमेरिकी ऑयल के दाम 11.59 फीसदी की गिरावट देखने को चुकी है. अमेरिकी ऑयल के दाम 63 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकते हैं.
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