“ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन ” के द्वारा स्थानीय रेलवे स्टेशन के पास प्रदर्शन किया गया । ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन के जोनल संयुक्त सचिव रत्नेश वर्मा के नेतृत्व में रेलवे कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के द्वारा हाल में लाए गए यूनिफाइड पेंशन स्कीम यू० पी० एस० के विरोध में नारेवाजी किया। रत्नेश वर्मा ने बताया कि जब NPS के तरह से हीं UPS में भी कर्मचारियों के वेतन से प्रत्येक माह पेंशन मद की कटौती की हीं जाएगी , तो फिर इसे OPS जैसा कहकर क्यों प्रचारित किया जा रहा है ? OPS में तो मासिक वेतन से पेंशन मद की कोई कटौती नही की जाती है। उन्होंने कहा कि यदि UPS बहुत अच्छा है OPS के जैसा हीं है , तो NPS और UPS को ऑप्शन के रूप में क्यों रखा गया है , एक ऑप्शन OPS का भी दे दीजिए । उन्होंने आगे कहा कि जब केंद्र सरकार यू०पी०एस० को ओ० पी० एस० का विकल्प बता रही है , तो सीधे ओ० पी० एस० ही दे दे ! विकल्प की बात हीं नहीं रहेगी ।
रत्नेश वर्मा ने कहा कि NPS में सुधार के लिए जो कमेटी बनाई गई थी , उसके रिपोर्ट को संसद में रखकर सार्वजनिक किया जाना चाहिए था , जो नहीं किया गया , और आनन- फानन में यूपीएस की घोषणा कर दी गयी। आगे उन्होंने रेल कर्मचारियों के विभिन्न मांगों जिसमे – (1) ट्रेक पर कार्य करने वाले रेलकर्मी को रेलवे बोर्ड के आदेश संख्या:-2015/CE-II/TK/14, दिनांक:-14/03/2022 के अनुसार अविलंब जीवन रक्षक यंत्र दिया जाए। (2) रनिंग भत्ता को 30% से बढ़ाकर 55% किया जाए। (3) सिग्नल विभाग में लगातार हो रहे रण-ओवर को रोकने हेतु अविलंब नाईट फेलियर गैंग और आठ घण्टा ड्यूटी-रोस्टर लागू किया जाए। (4) सेफ्टी कार्य से जुड़े हुए कर्मियों को सेफ्टी किट दिया जाए । (5)निजीकरण , आउटसोर्सिंग पर रोक लगे । (6) ग्रेडेशन में सुधार हो । (7) बोनस का भुगतान सातवें बेतन आयोग के आधार पर हो ।(8) खाली पदों को शीघ्र भर्ती करके भरा जाए । (9) सभी कर्मियों को रेलवे आवास उपलब्ध कराया जाए।(10) सहायक लोको पायलट को पायलट का दर्जा मिले। (11) सभी को LDCE में समान मौका मिले ।(12) रनिंग स्टाफ को SPAD केस में 14/2 के तहत बिना जांच सर्विस-रिमूव बन्द हो ।(13) RAC-1980 फार्मूला में सुधार करके माइलेज-भत्ता दिया जाए ।(14) जान जोखिम में डालकर कार्य करनेवाले रेलकर्मी लोको , सिग्नल एवम टेलीकॉम , टी०आर०डी०,क्रेन , ट्रेफिक , कैरेज आदि सभी आर्टिजन स्टाफ को रिस्क एवम हार्डशिप भत्ता दिया जाए ।बर्तमान रिस्क एवम हार्डशिप भत्ता को PC-VII No.-33 , RBE No.-87/2017 , दिनांक:-10-08-2017 के अनुसार 2700-4100-6000 में बढ़ोत्तरी किया जाए। (15) रात्रि-कार्य-भत्ता , टी०ए० तथा अन्य भत्तों का ससमय भुगतान सुनिश्चित किया जाए ।(16) सभी दर्दनाक रन-ओवर हादसों की निष्पक्ष जांच C. B. I. से कराई जाए।रन ओवर में मृत कर्मी के परिवार को पचास लाख रुपया का मुआवजा दिया जाए।सभी रेलकर्मी को पचास लाख का बीमा-कवर दिया जाए। (17) लंबित अन्तरमण्डलिये स्थानांतरण (स्पाउस तथा निजी अनुरोध) एवं अन्य सभी स्थानांतरण आवेदनों का शीघ्र निपटारा करके क्लियर किया जाए। (18) ठेका कर्मियों के स्किल की जांच करके बेतन का पुनरीक्षण किया जाए ।(19)सभी लेवल क्रासिंग गेट पर असामाजिक तत्वों के दुर्बयव्हार एवम धौसगिरी के निगरानी हेतु CCTV कैमरा लगाया जाए ।(20) TC / TTE / TTI जैसे कमर्शियल कैटेगरी स्टाफ को रनिंग – भत्ता दिया जाए , एवम कुछ अन्य मांगों पर विचार करके पूरा करने की सरकार से अपील की गई । रत्नेश वर्मा ने कहा कि OPS की बहाली , रेलवे निजीकरण को रोकने के लिए ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन , इंडियन रेलवे इम्प्लाइज फेडरेशन और फ्रंट अगेंस्ट एन०पी०एस० इन रेलवे अपने सहयोगी संगठनों के साथ मिलकर अब आंदोलन के अंतिम मुकाम पर है। मौके पर रेलवे कर्मी शिवम कुमार , अंगद राम , सुरेन्द्र दास , मनोज श्रीवास्तव , रवि रंजन , रामबाबू राय , रामनाथ राय , अजीत कुमार , जैकी कुमार , भरत बैठा , शत्रुध्न कुमार , कृष्णा कुमार , धर्मेंद्र कुमार आदि थे ।
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