0. लाखों रुपए आहरण करने के बाद भी नहीं बन पाया मुक्तिधाम भवन ना बन पाई सामुदायिक भवन, पिछले कार्यकाल में दो आंगनबाड़ी केंद्र बनना था जिसकी राशि आहरण कर लेने के बाद भी अभी तक नहीं बना आंगनबाड़ी भवन
विनोद उपाध्याय/कोरबा,हरदीबाजार,29 अगस्त (वेदांत समाचार)। जिनको जनता चुनाव में अपने मतदान का दान कर जनप्रतिनिधि बनाती है,कि वो जनता गांव की जरुरत के हिसाब से गांव गली मोहल्ले व क्षेत्र का विकास करें,जो गांव में निवास करने वाले लोगों को सरकार के पैसे से सुविधा मिल सके,इसके लिए जनप्रतिनिधियों को अपने ईमानदारी दायित्व का निर्वाह करते हुऐ,अपनी छाप छोड़नी चाहिए ,लेकिन जिनके हाथ में विकास की जिम्मेदारी हो वहीं लापरवाह, भ्रष्ट निकले तो गांव व क्षेत्र की विकास पर ग्रहण लगना लाज़मी है ।
हम बात कर रहे हैं विकासखण्ड पाली अंतर्गत ग्राम पंचायत मुड़ापार में मुक्ति धाम भवन के लिए लाखों रुपए निकाल लेने के बाद भी सरपंच ,सचिव के द्वारा आधा अधूरा छोड़ दिया गया है। जबकि मुक्तिधाम भवन को दो वर्ष पूर्व ही बन जाना था ,लेकिन अभी तक नहीं बन पाया है इसी तरह सरपंच सचिव का एक और कारनामा सामने आया है, मिली जानकारी के अनुसार के बीते पिछले कार्य काल में सरपंच के द्वारा दो जगह आंगनबाड़ी भवन बनाने को लेकर पैसा निकाल लिया गया ,जो अभी तक आंगनबाड़ी भवन नहीं बन पाई है इसके लिए जनपद एवं जिला पंचायत से मुड़ापार सरपंच विजय सिंह मरावी के नाम पर रिकवरी के लिए नोटिस भी भेजा गया है, इसके बावजूद अभी तक आंगनबाड़ी भवन नहीं बन पाई है इसी तरह खनिज न्यास मद से एक सामुदायिक भवन बनना था जिसकी प्रथम किस्त निकाल लिया गया है वह भी 1 वर्ष बीत जाने के बाद भी काम चालू नहीं कर पाया है देखा जाए तो ग्राम पंचायत मुड़ापार सरपंच विजय सिंह मरावी का मनमानी रवैया लगातार चल रहा है । जबकि विभाग जनपद एवं जिला पंचायत की ओर से बार-बार नोटिस दिया जा रहा है कि जल्द अधूरा काम को पूरा किया जाए इसके बाद भी अभी तक काम अधुरा पड़ा हुआ है। देखना होगा कि ग्राम पंचायत मुड़ापार के आधा अधूरा काम को कब तक पूरा किया जाता है साथ ही मुक्तिधाम भवन कब तक बन पाता है एवं मुक्तिधाम में बनाया बाउंड्री वॉल को भी आधा अधूरा छोड़ दिया गया है,जबकि चार माह बाद पंचायत चुनाव है ।।
वर्सन..भूपेंद्र सोनवानी मुख्यकार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत पाली
ग्राम पंचायत मुड़ापार सरपंच सचिव के खिलाफ शिकायत मिला है कि कार्य आधा अधूरा है जिसके लिए एसडीओ एवं इंजीनियर से जांच कराया जाएगा शिकायत के आधार पर अगर कार्य आधा अधूरा है तो सरपंच सचिव के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी ।।
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