Blouse Designs: ये ब्लाउज डिजाइन राखी से लेकर दिवाली तक हर त्योहार में खास हैं

आजकल साड़ी भी स्टाइल और फैशन का हिस्सा बन गई है. एक दौर में साड़ी को सिर्फ ट्रेडिशनल आउटफिट के तौर में जाना जाता था लेकिन इंडो-वेस्टर्न लुक ने साड़ी की छवी ही बदल दी है. त्योहार हो या कोई पार्टी, हर मौके पर साड़ी का जलवा देखने को मिलता है. लेकिन साड़ी के साथ-साथ ब्लाउज भी स्टाइलिश होना चाहिए.

स्टाइलिश ब्लाउज के लिए आप बंधेज के साथ-साथ लहरिया प्रिंट्स और फैब्रिक्स को चुन सकती हैं. फेस्टिव सीजन में ऐसे ब्लाउज कलेक्शन परफेक्ट हैं. अमोदिनी की फाउंडर डॉ. जॉली जैन बताती हैं कि सावन सूत्र नाम से लाए गए ये ब्लाउज डिजाइन इंडियन कल्चर की झलक पेश करते हैं. आजकल वैसे भी बंधेज और लहरिया प्रिंट्स के रंग-बिरंगे पैटर्न खूब ट्रेंड्स में हैं. ये हर मौके के लिए परफेक्ट च्वाइस हैं.

कई सारे डिजाइन

इस कलेक्शन में कई डिज़ाइन्स भी मौजूद हैं, इन ब्लाउज डिजाइन को अलग-अलग तरह की साड़ियों, लहंगों और दूसरी पारंपरिक ड्रेस के साथ पहना जा सकता है. इनमें बोट नेक, वी-नेक, बैकलेस या हॉल्टर नेक डिज़ाइन मिल जाएंगे. ये डिजाइन इनको और ज्यादा स्टाइलिश बनाते हैं.

फैशन के बदलते ट्रेंड्स में ब्लाउज

आज के फैशन में जहां नए-नए ट्रेंड्स और डिज़ाइन आते रहते हैं, डिजाइनर ब्लाउज की मांग भी लगातार बढ़ रही है. यह न केवल भारतीय महिलाओं की एक विशेष पसंद बन गए है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में भी इसकी पहचान बन रही है.

विदेशों में भी

सिर्फ भारत ही नहीं, विदेशों में भी डिजाइनर ब्लाउज को पसंद किया जा रहा है. रैखी से लेके दिवाली तक और मेहंदी से लेके शादी तक , यह ब्लाउस अपनी एक जगह बना रहे हैं. नवरात्रि में होने वाले गरबा महोत्सव के लिए भी ऐसे ब्लाउज खास होंगे क्योंकि इसमें गुजराती फैब्रिक्स का भी पूरा इस्तेमाल किया गया है.

ब्लाउज़ सिर्फ एक परिधान नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और कला का जीवंत उदाहरण भी है- जो आधुनिकता के साथ पारंपरा को बनाए रखता है. स्टाइल के साथ कंफर्ट देने वाले ये ब्लाउज डिजाइन रोजमर्रा भी पहने जा सकते हैं.

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