धमतरी, 21 अगस्त । विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाली विकसित भारत देश के धमतरी शहर में एक शर्मनाक दृश्य रोज देखा जाता है। यह धमतरी शहर का वही महात्मा गांधी वार्ड है, जहां के एक व्यक्ति को खुले में शौच करने पर तीन दिनों के लिए जेल भेज दिया गया था।
गली-मोहल्ले में बदनामी अलग हुई थी। इस वाक्या का डर वार्डवासियों पर ऐसा हावी है कि वे भयानक तकलीफ बर्दाश्त करने को तैयार है, पर खुले में शौच नहीं कर सकते। यही वजह है कि हर रोज यहां शौच के लिए मतदान की तरह महिला-पुरूष व बच्चों की लंबी कतारें लगती है।
कलेक्ट्रेट व एसपी कार्यालय से लगे तथा जनपद पंचायत से मात्र 20 मीटर दूर शहर के महात्मा गांधी वार्ड के गांधी आश्रम के नाम से इस बस्ती में 50 से अधिक घर है, प्रत्येक परिवार में तीन से सात सदस्य है पर गरीबी का दुर्भाग्य ऐसा कि किसी के घर एक शौचालय भी नहीं है। सुबह हो या शाम पूरा मोहल्ला एक मात्र सार्वजनिक शौचालय पर कतार लगाए अपनी बारी की प्रतीक्षा करता है। कई बार बारी आते तक शर्मनाक स्थिति भी बन जाती है।
महात्मा गांधी वार्ड के लोग निगम, कलेक्ट्रोरेट, शंत्री-मंत्री को अपनी तकलीफ बताते थक गए पर किसी को व्यक्तिगत शौचालय नसीब नहीं हुआ। ओडीएफ का तमगा पाने वाला धमतरी शहर के लिए यह करारा तमाचा भी है, जहां के गरीब मजदूर परिवार के लोग रोज भयावह स्थिति से जूझते हैं। सारा कामकाज छोड़कर शौच जाने के लिए यहां महिला-पुरुषों की अलग-अलग कतार लगती है। एक दिन नहीं हर रोज। पर यह पीड़ा किसी भी जन प्रतिनिधि व अधिकारी को जागृत नहीं कर पाई।
महात्मा गांधी वार्ड के गांधी आश्रम स्थित सुलभ-शौचालय में ओवरफ्लो की जानकारी नहीं है। यदि ऐसा है, तो दिखवा लेता हूं।
विनय कुमार पोयाम, निगम आयुक्त धमतरी
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