Independence Day 2024 : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार, 15 अगस्त को लगातार 11वीं बार लाल किले से तिरंगा फहराकर राष्ट्र को संबोधित करेंगे. इसी के साथ, वह देश के तीसरे प्रधानमंत्री बन जाएंगे जिन्होंने लगातार 11 बार लाल किले से भाषण दिया है. इससे पहले, जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं. 9 जून को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेते हुए, नरेंद्र मोदी ने नेहरू के तीन कार्यकाल के रिकॉर्ड की बराबरी भी कर ली थी. देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने स्वतंत्रता दिवस पर लगातार 17 बार भाषण दिया था. वहीं, जनवरी 1966 से मार्च 1977 और फिर जनवरी 1980 से अक्टूबर 1984 तक प्रधानमंत्री रहीं इंदिरा गांधी ने 16 बार राष्ट्र को संबोधित किया था. इनमें से इंदिरा गांधी के 11 भाषण लगातार थे.
इस बार जब प्रधानमंत्री गुरुवार को लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करेंगे, तो वह पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पीछे छोड़ देंगे, जिन्होंने अपने कार्यकाल में दस बार स्वतंत्रता दिवस पर भाषण दिया था. मोदी ने 2014 में अपने पहले स्वतंत्रता दिवस भाषण में स्वच्छ भारत और जन धन खाते जैसी बड़ी योजनाओं की शुरुआत की थी. तभी से, उनके भाषण में हमेशा कोई न कोई मुद्दा जरूर उठाया जाता है.
सबसे लंबा भाषण देने का रिकॉर्ड भी दर्ज है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वतंत्रता दिवस पर सबसे लंबा भाषण देने का रिकॉर्ड भी अपने नाम रखते हैं. उनके भाषणों की औसत अवधि 82 मिनट है, जो भारत के इतिहास में किसी भी प्रधानमंत्री से अधिक है. पूर्व प्रधानमंत्री आईके गुजराल 71 मिनट के औसत के साथ दूसरे स्थान पर हैं. यह आंकड़ा 1997 में दिए गए उनके एकमात्र भाषण के आधार पर है.
मोदी के भाषणों की अवधि अलग-अलग रही है. 2017 में उनका सबसे छोटा भाषण 55 मिनट का था जबकि 2016 में उनका सबसे लंबा भाषण 94 मिनट का था. नेहरू का 1947 में पहला भाषण केवल 24 मिनट का था. मोदी से पहले, इंदिरा गांधी सबसे लंबा भाषण देने का रिकॉर्ड रखती थीं. उन्होंने 1972 में 54 मिनट का भाषण दिया था.
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