0. बिहान स्वयं सहायता समूह से जुड़कर महिलाएं बन रहीं हैं लखपति
अम्बिकापुर,8 अगस्त 2024। महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा बनाई गई योजनाएं धरातल पर सार्थक रुप ले रहीं हैं। जिले के लखनपुर विकासखंड की रहने वाली श्रीमती मंजू राजवाड़े ने मेहनत और दृढ़ संकल्प से एक सफल उद्यमी बनने की कहानी लिखी हैं। उनकी कहानी ने कई महिलाओं को प्रेरित किया है और लखपति दीदी के रूप में वे एक मिसाल बन गई हैं।
लखपति दीदी श्रीमती मंजू राजवाड़े ने बताया कि उनके पति रुपचंद राजवाड़े खेती किसानी का काम करते हैं। उनके तीन बच्चे हैं। उन्होंने बताया कि पहले उनकी आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी। घर के काम में व्यस्त रहतीं थीं। घर परिवार की जिम्मेदारी और आर्थिक तंगी से जूझ रही थीं। इसी बीच उन्हें छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान योजना के बारे में जानकारी मिली जिससे उनकी जीवनशैली में बड़ा बदलाव आया है। उन्होंने बताया कि गांव की 10 महिलाओं के साथ मिलकर खुशी स्वयं सहायता समूह बनाया। महिला समूह के माध्यम से बैंक में खाता खोलकर छोटी-छोटी बचत करने लगे। सबसे पहले उन्हें व्यवसाय के लिए आरएफ में 15 हजार रुपए की सहायता मिली, जिससे उन्होंने अपने कच्चे मकान में छोटा सा किराना दुकान खोला। कठिन परिश्रम और दृढ़ संकल्प से दुकान चल निकली। बैंक से लगातार लेन-देन करने पर उनका क्रेडिट बढ़ते गया जिससे लोन लेकर उन्होंने अपने व्यवसाय को बढ़ाया।
श्रीमती मंजू राजवाड़े बतातीं हैं कि, गांव में छोटी सी दुकान से उन्होंने शुरुआत की थी। आज किराना दुकान के साथ-साथ उन्होंने चप्पल जुता और कपड़े का भी दुकान खोल लिया है। मेहनत और कठिन परिश्रम से उन्होंने अपना पक्का मकान भी बना लिया है। छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से उनकी जीवनशैली में बड़ा बदलाव लाया है। आज उनकी सालाना बचत तकरीबन एक लाख रुपए तक हो जाती है।
छत्तीसगढ़ शासन की बिहान योजना से जुड़कर श्रीमती राजवाड़े आज लखपति दीदी के लिस्ट में शामिल हैं। उन्होंने महिलाओं को रोजगार और स्वावलंबी बनाने के लिए मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए अपनी खुशी जाहिर की। लखपति दीदी श्रीमती मंजू राजवाड़े की कहानी एक सच्ची प्रेरणा है, छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना से जुड़कर महिलाएं अपने सपनों को पूरा कर रही हैं।
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