बांध का पानी गया खेतों में, राखड़ के अवशेष नहीं

कोरबा,22 जुलाई 2024। कोरबा NTPC प्रबंधन ने राखड़ डैम का तटबंध तोड़कर पानी बहाने के मामले पर्यावरण संरक्षण मंडल के नोटिस का जवाब देते हुए कहा है कि 29 जून की रात अधिक बारिश की वजह से डैम में जमा पानी का प्राकृतिक जल प्रवाह में छोड़ा गया। पानी का कुछ भाग आसपास के खेतों पर गया है। लेकिन पानी प्रवाह से कृषि जमीन पर राख का कोई अवशेष नहीं है। एनटीपीसी के परियोजना प्रमुख राजीव खन्ना ने नोटिस के सवालों का सिलसिलेवार जवाब दिया है। किसानों ने आरोप लगाया था कि जानबूझ कर डैम को तोड़ने से खेतों को नुकसान हुआ है।

NTPC प्रबंधन का कहना है कि अधिक बारिश के पानी को प्राकृतिक प्रवाह में छोड़ने के बाद खेतों में भराव की कोई समस्या नहीं पाई गई है। कुछ खेतों में किसानों ने जोताई भी किया है जो कृषि योग्य है। राखड़ डैम अभी नहीं भरा है। खपत बढ़ने से इसकी क्षमता अधिक हो गई है। बारिश के समय पानी को प्राकृतिक प्रवाह से ही निकलने की प्रक्रिया अपनाई जाती है। इसमें यह भी ध्यान रखा जाता है कि किसी तरह की समस्या न हो। पहले भी राख के अवशेष खेतों में नहीं पाए गए हैं। छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल के सुझाव के अनुसार ही पर्यावरण प्रबंधन और प्रदूषण नियंत्रण पर काम किया जा रहा है।