0.जिला पंचायत सीईओ ने योजनाओं की प्रगति पर ली जिला स्तरीय समीक्षा बैठक, दिए निर्देश
बैकुण्ठपुर,15 जुलाई। ग्राम पंचायत हमारे प्रशासनिक व्यवस्था की अंतिम इकाई है और इसके विकास के लिए ग्राम पंचायत सचिवों को नियुक्त किया गया है। ग्राम पंचायत के विकास से पूरे विकासखण्ड और जिले का विकास प्रभावित होता है। ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिव का पद अत्यंत महत्वपूर्ण है और आपको अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से समझना चाहिए।
उक्ताशय के विचार जिला पंचायत के मंथन कक्ष में व्यक्त करते हुए जिला पंचायत सीईओ डॉ आशुतोष चतुर्वेदी ने ग्राम पंचायत सचिवों को संबोधित करते हुए कहा कि ग्राम पंचायत में योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन से ही हम प्रत्येक ग्राम पंचायत को आदर्श बना सकते हैं। ग्राम पंचायत में योजना का लाभ वास्तविक हितग्राही को निर्धारित समय सीमा में मिले इसके लिए आप सभी को पूरी जिम्मेदारी से निरंतर कार्य करना है। साथ ही प्रत्येक ग्राम सचिव को जनहित में लागू सभी योजनाओं के निर्माण कार्यों की समयबद्ध पूर्णता के लिए हमेशा प्रयास करते रहना चाहिए। जिला पंचायत के मंथन कक्ष में सोनहत और बैकुंठपुर विकासखण्ड के समस्त ग्राम पंचायत के ग्राम सचिवों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ आशुतोष चतुर्वेदी ने पंचायत सचिवों की बैठक लेकर विभाग की प्रमुख योजनाओं की प्रगति का आंकलन किया और संबंधितों को आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए।
जिला पंचायत सीईओ डॉ आशुतोष ने बैठक में सबसे पहले प्रधानमंत्री आवास योजना की प्रगति पर समीक्षा करते हुए कार्य दायित्वों के प्रति अत्यंत लापरवाह ग्राम पंचायत चिल्का के अकारण अनुपस्थित सचिव को निलंबित करने के निर्देश दिए। जनपद पंचायत वार आवास योजना की प्रगति का आंकलन करने के बाद उन्होंने कहा कि जिन हितग्राहियों ने राशि मिलने के बाद मकान बनाना प्रारंभ नहीं किया है उनके विरूद्ध गबन दर्ज कराकर वसूली की कार्यवाही प्रस्तावित करें। बैंक खातों की जांच कर गबन के प्रकरण बनाएं। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत ग्राम पंचायतों में स्वीकृत ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र के कार्यां को जल्द पूरा करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि हमें कोरिया जिले के प्रत्येक ग्राम पंचायत में कचरा कलेक्शन का कार्य प्रारंभ कराना है जिससे पूरे जिले के हर ग्राम पंचायत को आदर्श ग्राम के मानक के अनुसार बनाया जा सके। योजनाओं की समीक्षा कर उन्होने पूर्ण हो चुके कार्यों के पूर्णता प्रमाण पत्र जमा करने के निर्देश भी दिए। महात्मा गांधी नरेगा के तहत नए बनाए जाने वाले अमृत सरोवरों के स्थल चयन में पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि किसी भी स्थिति में तालाब का प्रस्तावित स्थल एक एकड़ से कम ना हो ताकि अमृत सरोवर में निर्माण के बाद कम से कम दस हजार घनमीटर जल का भराव सुनिश्चित हो सके। इस अवसर पर ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के कार्यपालन अभियंता, जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, आरइएस एसडीओ, कार्यक्रम अधिकारी, प्रधानमंत्री आवास योजना के सभी अधिकारी और समस्त ग्राम पंचायत सचिव उपस्थित रहे।
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