विराग मुनि के 121 उपवास की अनुमोदना में जैन समाज करेगा 1 करोड़ 21 लाख नवकार महामंत्र का जाप

रायपुर,14 जुलाई। छत्तीसगढ़ की पावन धरा पर अकल्पनीय किन्तु सत्य जैन मुनि विराग द्वारा 121 दिनों के उपवास की अनुमोदना का सुअवसर आया है। आज मुनि श्री का 121 वां उपवास पूर्ण हुआ है। इस विशेष तपस्या की गूंज पूरे विश्व के जैन समुदाय में सुनाई दे रही है। विराग मुनि ने पिछले 121 दिनों में किसी भी प्रकार की खाद्य सामग्री का उपयोग नहीं किया है, केवल दिनभर में थोड़ा गर्म पानी ग्रहण करते हुए उन्होंने यह तपस्या पूर्ण की है।

सीमंधर स्वामी जैन मंदिर व दादाबाड़ी ट्रस्ट के अध्यक्ष संतोष बैद और महासचिव महेन्द्र कोचर ने बताया कि विराग मुनि ने इस दौरान सैकड़ों किलोमीटर की पदयात्रा की है और दैनंदिनी के सभी धार्मिक क्रियाकलाप, प्रवचन, प्रतिक्रमण और अन्य मुनिभगवंतों के लिए गोचरी लाना इत्यादि सामान्य रूप से जारी रखे हैं।

अनुमोदना का आयोजन
सीमंधर स्वामी जैन मंदिर और चमत्कारी जिनकुशल सूरि जैन दादाबाड़ी, भैरव सोसायटी संघ मुनिश्री से पारणा करने की विनम्र विनंती करते हैं। आगम ज्ञाता, युवा हृदय सम्राट, सरल स्वभावी गणाधीश, पन्यास प्रवर, गणिवर्य विनयकुशल मुनि जी म सा के सुशिष्य, ओजस्वी वक्ता, दिव्य तपस्वी विराग मुनि के 121 उपवास की दीर्घ तपस्या की अनुमोदना प्रत्यर्थ सोमवार 15 जुलाई को पद्मासन मुद्रा में 1 करोड़ 21 लाख नवकार महामंत्र का जाप सकल जैन समाज से करने का आव्हान किया गया है।

तप की अनुमोदना
महेन्द्र कोचर ने बताया कि तप की अनुमोदना मात्र से ही कर्मों की निर्जरा होती है। अतः भारतवर्ष के सकल जैन समाज के 1 करोड़ जैनियों से आव्हान करते हैं कि विराग मुनि के एक एक उपवास की अहोभाव से अनुमोदना करते हुए 121 उपवास प्रत्यर्थ 121 नवकार महामंत्र का पद्मासन मुद्रा में जाप करें और कर्मों की निर्जरा करें।

विश्वव्यापी गूंज
सोशल मीडिया के माध्यम से भारतवर्ष सहित विश्व के जैन समुदाय में इस 121 उपवास की तपस्या की गूंज सुनाई दे रही है। विराग मुनि के 121 उपवास की तपस्या की अनुमोदना में पूरे विश्व के जैन भाई बहन नवकार जाप करेंगे। सकल जैन समाज से अपील है कि पद्मासन मुद्रा में जाप कर अपनी और ग्रुप की फोटोज व वीडियो 9827151109 संतोष बैद और 9827156004 महेन्द्र कोचर के नंबर पर व्हाट्सएप करें।