मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की कैबिनेट का विस्तार फिलहाल टल गया है। मंत्री केदार कश्यप को संसदीय कार्य मंत्री का प्रभार सौंपा गया है। राज्यपाल के अनुमोदन के बाद मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने इस संबंध में गुरुवार की देर रात आदेश जारी किया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इंटरनेट मीडिया एक्स पर
उन्हें बधाई दी । सीएम ने लिखा कि मंत्रिमंडल के मेरे साथी केदार कश्यप को वन एवं जलवायु परिवर्तन, जल संसाधन, कौशल विकास एवं सहकारिता के वर्तमान दायित्वों के साथ संसदीय कार्य विभाग का प्रभार मिलने पर बहुत-बहुत बधाई एवं सफल कार्यकाल के लिए हार्दिक शुभकामनाएं।
सूत्रों के अनुसार साय की कैबिनेट में अभी दो विधायकों में से एक नया और एक पुराने चेहरे को मंत्री बनाया जा सकता है। राज्य के विधानसभा का मानसून सत्र 22 जुलाई से शुरू हो रहा है। ऐसे में विधानसभा की कार्यवाही को संचालित करने के लिए संसदीय कार्य मंत्री की अहम भूमिका होती है। इसलिए कैबिनेट का विस्तार न करते हुए फिलहाल वर्तमान मंत्री को ही प्रभार दिया है।
मानसून सत्र के बाद सीएम साय अपने कैबिनेट का विस्तार कर सकते हैं। सूत्रों के अनुसार साय की कैबिनेट में नए मंत्री के दावेदार विधायकों में राजेश मूणत, अमर अग्रवाल, अजय चंद्राकर, भावना बोहरा और गजेंद्र यादव हैं। इनमें में से किसी दो विधायकों को शामिल किए जाने की चर्चा है। शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे के बाद माना जा रहा है कि रायपुर से एक नया मंत्री बनाया जा सकता है। ऐसे में रमन कैबिनेट में रहे राजेश मूणत और अजय चंद्राकर दोनों में से किसी एक का चयन हो सकता है।
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