विवेकानन्द पार्क को बचाने रहवासियों ने निकाला कैंडल मार्च…

नई दिल्ली,08 जुलाई। नई दिल्ली के पॉश साउथ दिल्ली के वसंत कुंज के लगभग 500 रेसिडेंट्स ने क्षेत्र में एकमात्र विकसित पार्क को बचाने के लिए रविवार रात कैंडल लाइट मार्च निकाला और लम्बे संघर्ष का ऐलान किया। गंगा रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष एन एस मोर के अथक प्रयासों से निर्मित इस पार्क में गंगा, यमुना, सरस्वती और नर्मदा चारों सोसाइटी के रेसिडेंट्स योग, घूमने, टहलने, विश्राम करने के लिए आते हैं। इसके अतिरिक्त महिलाएं और बच्चे सुबह-शाम इस पार्क का लाभ उठाते हैं।

बरसों से उपेक्षा का शिकार रहे डी डी ए के इस पार्क को विकसित करने में गंगा रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन ने कड़ी मेहनत की है। बच्चों के खेलने के लिए झूले, वाकिंग ट्रैक, लाइट्स, डेकोरेशन आदि स्थापित करने में अच्छी धनराशि भी खर्च की गई है। लेकिन अब डी डी ए का कहना है कि वे इस स्थल पर शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण करेंगे।

स्थानीय रेसिडेंट्स का कहना है कि इस स्थल से मात्र तीन सौ मीटर दूरी पर 15 वर्ष पहले निर्मित नर्मदा शॉपिंग कॉम्प्लेक्स पूरी तरह से उजाड़ है। इसकी एक भी दुकान न तो बिकी है और न ही किराय पर उठ पाई है। उनका कहना है कि करोड़ों रुपये से बना यह नर्मदा शॉपिंग कॉम्प्लेक्स पूरी तरह खण्डहर बन चुका है। ऐसे में एक नया शॉपिंग कॉम्प्लेक्स महज सरकारी धन की बर्बादी होगी।

गंगा रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष एन एस मोर का कहना है कि इस स्थल पर शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनाने से अनेक पेड़ काटने पड़ेंगे और इसके अतिरिक्त शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनने से स्थानीय निवासियों को सुरक्षा का नया मुद्दा सामने आएगा क्योंकि बाहरी लोग बिना रोक-टोक सोसाइटी कॉम्प्लेक्स में प्रवेश करेंगे जिससे पार्किंग आदि की समस्या से भी जूझना पड़ेगा। उनका कहना है कि सोसाइटी से आधे किलोमीटर के अंदर मसूदपुर में बहुत बड़ी मार्केट है और एक बहुत बड़ा शॉपिंग मॉल भी है। ऐसे में नया शॉपिंग कॉम्प्लेक्स मात्र सफेद हाथी ही साबित होगा और यह भी नर्मदा शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की तरह खण्डहर बन जाएगा।

स्थानीय रेसिडेंट्स ने डी डी ए वाईस चेयरमैन से अपील की है कि वे इस मुद्दे पर पुनर्विचार करें और अंतिम निर्णय लेने से पहले सभी रेसिडेंट्स की राय जरूर लें।

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