तेलंगाना में पुलिसकर्मी ने उत्पीड़न से तंग आकर की आत्महत्या

हैदराबाद, 07 जुलाई । तेलंगाना में एक पुलिस उपनिरीक्षक (सब-इंस्पेक्टर) ने कीटनाशक खाकर आत्महत्या कर ली। कार्यस्थल पर कथित उत्पीड़न के बाद उन्होंने करीब एक हफ्ते पहले कीटनाशक खाया था। रविवार को अस्पताल में उनकी मौत हो गई। श्रीरामुला श्रीनिवास (38) भद्राद्री कोठागुडेम जिले के अश्वरावपेट पुलिस स्टेशन में सब-इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत थे।

सब-इंस्पेक्टर श्रीरामुला श्रीनिवास ने अपने वरिष्ठ अधिकारी और चार सहकर्मियों के उत्पीड़न से तंग आकर 30 जून को महबूबाबाद में कीटनाशक खा लिया। हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में तड़के इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। वारंगल जिले के निवासी सब-इंस्पेक्टर के परिवार में उनकी पत्नी, सात साल की बेटी और पांच साल का बेटा है।

मजिस्ट्रेट ने दलित पुलिस अधिकारी का बयान दर्ज किया था, जिसमें उन्होंने आत्महत्या का प्रयास करने के कारणों के बारे में जानकारी दी। श्रीनिवास की पत्नी कृष्णवेनी की शिकायत पर पुलिस ने सर्किल इंस्पेक्टर (सीआई) जितेंद्र रेड्डी, कांस्टेबल सन्यासी नायडू, सुभानी, शेखर और शिवा नागराजू के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इन सभी के खिलाफ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।

परिवार ने आरोप लगाया कि सीआई और चार अन्य ने उन्हें भ्रष्ट अधिकारी के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहे थे। उनके खिलाफ अखबारों में खबरें भी प्रकाशित करवाईं। कथित तौर पर उनके खिलाफ दो चार्ज मेमो भी जारी किए गए थे।

श्रीरामुला श्रीनिवास को इस साल फरवरी में मनुगुरु पुलिस स्टेशन से अश्वरावपेट पुलिस स्टेशन में ट्रांसफर किया गया था। दलित संगठनों ने एसआई की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

इस बीच, उच्च अधिकारियों ने सीआई जितेंद्र रेड्डी का तबादला कर दिया है। उन्हें महानिरीक्षक कार्यालय से संबद्ध किया गया है। चार कांस्टेबलों को भी एसपी कार्यालय से संबद्ध किया गया है।

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