शुभ मुहूर्त में खुले केदारनाथ के कपाट, पूजा में केवल तीर्थ पुरोहित हुए शामिल

रुद्रप्रयाग । केदारनाथ धाम के कपाट आज सुबह पांच बजे मेष लग्न में विधि विधान से खोल दिए गए। इस दौरान मंदिर परिसर में तीर्थ पुरोहित, पंडा समाज और हकहककूधारियों की उपस्थित रही। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देते हुए घरों में ही रह कर पूजा अर्चना करने की अपील की है। 


कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष भी केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के बिना ही खुले। कोरोना संक्रमण के कारण सरकार ने चारधाम यात्रा स्थगित की है। मंदिर में सिर्फ रावल, तीर्थ पुरोहित, पंडा समाज व हकहककूधारियों को पूजा अर्चना की अनुमति होगी। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि देवस्थानम बोर्ड एवं मंदिर समितियों द्वारा चारों धामों में पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से जनकल्याण के लिए की जा रही है। शनिवार शाम को केदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली केदारनाथ धाम पहुंची। 


देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह केदारनाथ धाम में व्यवस्थाओं को देख रहे हैं। गढ़वाल आयुक्त एवं देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने चारधाम के कपाट खुलने के अवसर पर कोविड गाइडलाइन का पालन करने को कहा है। 


बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया भी शुरू


बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई को प्रात: 4 बजकर 15 बजे खुल रहे हैं। रविवार को नृसिंह मंदिर से आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी, रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी के साथ योगध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर पहुंच गए हैं। आज शाम उद्धव एवं कुबेर के साथ ही आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी बदरीनाथ धाम पहुंचेगी।