कोरबा। डिजनीलैंड मेला में कपड़े का दुकान लगाने वाले तीन व्यवसायियों की रहस्यमय ढंग से मौत हो गई। घटना के बाद पहुंचे सीन ऑफ क्राइम यूनिट के वैज्ञानिक अधिकारी और डाक्टरों की टीम ने मृतकों के शव का बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान दो व्यवसायी के शरीर में निशान मिला है, जिससे सर्प या किसी जहरीले जीव के काटने से मौत की आशंका जताई जा रही है। हालांकि इसका खुलासा बिसरा जांच से हो सकेगा।
शहर के बुधवारी बाजार महाराणा प्रताप चौक में 1 मई से डिजनीलैंड मेला का संचालन किया जा रहा है। इस मेले में भिंड एमपी निवासी समीर बैग और सुहैल बैग साड़ी की दुकान लगाते थे, जबकि प्रतापगढ़ यूपी निवासी अनिल कुमार पांडे कपड़ा दुकान का संचालन करता था। शुक्रवार की रात तीनों भोजन उपरांत अपने दुकान में सोए हुए थे। इसी दौरान रात लगभग 3 बजे पेट दर्द के साथ उल्टी की शिकायत शुरू हो गई। घटना की जानकारी होने पर कर्मचारियों ने सुबह लगभग 5 बजे समीर और अनिल पांडे को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल दाखिल कराया, जहां इलाज के दौरान दोनों व्यवसायियों की मौत हो गई। इधर डिजनीलैंड मेले के भीतर दुकान में सो रहे सुहेल बैग की भी मौत हो चुकी थी। शहर में तीन व्यवसाईयों के रहस्यमय ढंग से मौत के बाद हड़कंप मच गया। इस पूरे मामले को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे। इन कयासों के बीच नई बातें निकलकर सामने आई है ।दरअसल घटना की जानकारी होने पर मानिकपुर पुलिस की टीम मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मर्चयुरी पहुंची। पुलिस ने मामले की तहत तक जाने फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम को सूचना दी। सीन ऑफ क्राइम यूनिट के वैज्ञानिक अधिकारी डॉक्टर सत्यजीत कौसरिया और डॉक्टरों की टीम ने मृत व्यवसायियों के शरीर का निरीक्षण किया। इस दौरान दो व्यवसाई के शरीर में काटने के निशान मिले, जिससे आशंका जताई जा रही है कि व्यवसायियों की मौत किसी जहरीले सर्प अथवा जंतु के काटने से हुई होगी। उन्हें गहरी नींद में होने के कारण जंतु के काटने की भनक नहीं लगी। इसे लेकर डॉक्टरों की टीम ने बिसरा प्रिजर्व कर लिया है। साथ ही स्कीन जांच के लिए भी एफएसएल को भेजे जाने के निर्देश दिए हैं ,ताकि व्यवसायियों की मौत की असली वजह स्पष्ट हो सके।
[metaslider id="347522"]