मुंबई, 13 मई I मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई में सोमवार को धूल भरी तेज आंधी आई. इससे दृश्यता काफी कम हो गई. मुंबई हवाई अड्डे को भी बंद करना पड़ा. दोपहर बाद तीन बजे के आसपास तेज हवाओं के साथ आई धूल भरी आंधी ने कुछ ही मिनटों में लगभग पूरे शहर को अपनी चपेट में ले लिया. इससे दृश्यता कम हो गई. अंधेरा छा गया. यातायात में बाधा आई.
तेज हवा और खराब दृश्यता के कारण छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर विमानों का संचालन भी प्रभावित हुआ. इस दौरान आसमान में काले बादल छा गए और हल्की वर्षा हुई. इससे तापमान में काफी गिरावट आई और दृश्यता में भी सुधार हुआ. लगभग एक घंटे बाद स्थिति सामान्य हुई. खराब मौसम और धूल भरी आंधी के कारण, छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (CSMIA) ने कम दृश्यता और तेज हवाओं के कारण लगभग 66 मिनट के लिए उड़ान संचालन को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया. 17:03 बजे परिचालन का सारांश दिया गया. इस दौरान, हवाईअड्डे पर 15 बदलाव देखे गए.
लोकल ट्रेन भी प्रभावित
धूल भरी आंधी और बारिश के बाद मुंबई लोकल भी देरी से चल रही है, जिसके कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मध्य रेलवे ने बताया, ‘तेज हवाओं के साथ अचानक हुई बारिश के कारण, मुख्य लाइन और हार्बर लाइन उपनगरीय सेवाएं निर्धारित समय से देरी से चल रही हैं.’ मेट्रो रेल के एक प्रवक्ता ने बताया कि तेज हवाओं के कारण बिजली के तार पर एक बैनर गिरने के बाद आरे और अंधेरी ईस्ट मेट्रो स्टेशन के बीच मेट्रो सेवाएं निलंबित कर दी गईं..एक अधिकारी ने बताया कि तेज हवाओं के कारण ठाणे और मुलुंड स्टेशन के बीच एक एक खंभा झुक जाने से मध्य रेलवे की उपनगरीय सेवाएं प्रभावित हुईं.
मौसम विभाग का अलर्ट
मुंबई में दुर्लभ धूल भरी आंधी चलने के कारणों का तुरंत पता नहीं चल पाया है, लेकिन मौसम विभाग ने इसके शुरू होने से कुछ देर पहले ही गरज और बिजली के साथ तूफान का अलर्ट जारी किया था. बृहन्मुंबई नगर निगम ने मुंबई में तूफान की ताजा चेतावनी जारी की है और शाम के बाद मुंबई के कुछ हिस्सों में 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग पुणे के प्रमुख के.एस. होसालिकर ने कहा कि अगले कुछ घंटों में मुंबई के अलावा ठाणे, रायगढ़, पालघर, अहमदनगर, पुणे और सतारा में मध्यम से तेज तूफान आएगा. कई लोगों ने शिकायत की कि आंधी से उनके घर, दुकान, कार्यालय और अन्य स्थान धूल की मोटी परतों से ढक गए. दरवाजे और खिड़कियां उड़ गईं.
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