⭕ सर्वोच्च अंक प्राप्त कर प्रियांशु,गौरव एवं रिद्धिमा बने सिरमौर ,बढ़ाया विद्यालय का मान। साथ ही अधिकांश विद्यार्थियों ने प्राप्त किया 90 प्रतिशत से अधिक अंक।
⭕ प्रत्येक वर्ष उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम देकर इंडस पब्लिक स्कूल दीपका ने बनाई क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान।
कोरबा, 13 मई । परीक्षा के माध्यम से विद्यार्थियों का ज्ञान और समझ का मूल्यांकन होता है। परीक्षा विद्यार्थियों को निर्धारित पुस्तकें पढ़ने और समझने के लिए प्रेरित करती है। इसके साथ ही, यह उनके ध्यान और मेहनत को निर्धारित करता है। परीक्षा के द्वारा, शिक्षकों को भी विद्यार्थियों की समझ और तैयारी का अंदाज़ हो जाता है।
प्राचीन समय से ही शिक्षा देने के पश्चात छात्र ग्रहण की गई शिक्षा का उपयोग किस प्रकार से करता है यह देखने के लिए परीक्षा ली जाती थी अतः यह सामान्य स्कूली शिक्षा में छात्रों का मूल्यांकन करने के लिए परीक्षा लेना जरूरी है अन्यथा यह बता पाना मुश्किल होगा कि यह छात्र जो भी शिक्षा ग्रहण किया है उसको किस हद तक सीखा है।
परीक्षा परिणामों से लेकर जीवन की दौड़ तक में अंकों के महत्व ने व्यक्ति को जीवन से ही दूर कर दिया है। तभी तो हर दूसरे दिन आत्महत्या करते लोग मृत्यु के अंकों के क्रम को बढ़ाते देखे जाते हैं। वर्तमान में हम जिस तरह की शिक्षा व्यवस्था में हैं, यहां अंक ही छात्र और व्यक्ति के जीवन के मूल्यांकन का अंतिम सत्य है।
इंडस पब्लिक स्कूल दीपका ने सीबीएसई बोर्ड के दसवीं कक्षा के परिणामों के साथ एक बार फिर शैक्षणिक उत्कृष्टता के इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया है। ग्रामीण और प्रतिकूल स्थान पर स्थित इस स्कूल ने अपने छात्रों के शानदार प्रदर्शन के कारण शिक्षा के क्षेत्र में एक सराहनीय मानक स्थापित किया है।
इंडस पब्लिक स्कूल दीपका की सफलता की कहानी केवल शैक्षणिक उपलब्धियों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि प्रत्येक छात्र को काबिल बनाने और सशक्त बनाने के अभियान को भी दर्शाती है। उत्कृष्टता के लिए स्कूल की अथक प्रयास छात्रों के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में इसके निरंतर प्रयासों में परिलक्षित होती है।
छात्रों द्वारा प्राप्त की गई उल्लेखनीय उपलब्धि समर्पित स्टाफ, प्रबंधन और स्वयं छात्रों के अथक दृढ़ संकल्प के सहयोगात्मक प्रयासों का परिणाम है। स्कूल के शैक्षणिक समन्वयक और शिक्षकों ने छात्रों को इस उल्लेखनीय उपलब्धि की ओर मार्गदर्शन और सलाह देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
बोर्ड परीक्षा में शामिल हुए कुल 34 छात्रों में से स्कूल ने 100% शानदार सफलता हासिल की, जो छात्रों और शिक्षकों दोनों की लगन और दृढ़ता का प्रमाण है। हाल ही में घोषित परीक्षा परिणाम ने यह साबित कर दिया कि आईपीएस दीपका अपनी बेहतर शिक्षा,एवं बेहतर प्रबंधन तथा अनुशासन की बदौलत कोयलांचल में अद्वितीय है।
91.4% के असाधारण स्कोर के साथ शीर्ष पर रहे प्रियांशु कुमार देव ने अपनी काबिलियत सिद्ध की एवं विद्यालय का मान बढ़ाया। गौरव निर्मलकर ने 90.6% अंक हासिल कर अपनी असाधारण प्रतिभा का परिचय दिया। उत्कृष्टता की श्रेणी में उनके साथ रिदिमा हलदर, प्रियांशी यादव और इशिता भी शामिल हुईं, जिन्होंने शानदार सफलता हासिल की।
विद्यार्थियों की सफलता में विद्यालय प्रबंधन, समस्त स्टाफ प्राचार्य महोदय सहित विद्यालय के शैक्षणिक प्रभारी श्री सब्यसाची सरकार सरकार विशेष योगदान रहा। उनके कुशल मार्गदर्शन की बदौलत कक्षा दसवीं का परिणाम उत्कृष्ट रहा।
शैक्षणिक प्रभारी श्री सब्यसाची सरकार सर ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यदि जीवन में सफल होना है तो हमें सर्वप्रथम किसी भी कार्य के प्रति समर्पण सीखना होगा। बिना समर्पण अनुशासन एवं परिश्रम के हम किसी भी लक्ष्य को हासिल नहीं कर सकते। हमें स्वयं के प्रति एवं अपने कार्यों के प्रति हमेशा ईमानदार रहना चाहिए व अपना100 प्रतिशत देने का प्रयास करना चाहिए। यदि हम किसी भी कार्य में असफल होते हैं तो असफल होने के कारणों के बारे में चिंतन करना चाहिए। हमें सतत चिंतन कर असफलता के कारणों का पता लगाना चाहिए और अपनी गलतियों को सुधारना चाहिए। हमें हमेशा विनम्र रहना चाहिए।विनम्र रहकर ज्ञान ग्रहण करना चाहिए ।हमेशा अपने शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए। यह जिंदगी की शुरुआत है अभी हमें अनेक चुनौतियों का सामना करना होगा जिसके लिए हमें अभी से तैयारी करनी होगी सभी छात्रों को उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु हार्दिक शुभकामनाएं।
इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के गौरवशाली प्रिंसिपल डॉ. संजय गुप्ता ने छात्रों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि “सभी छात्र उत्कृष्टता के लिए प्रयास करते हैं और उन्होंने इसे पूरा किया।” यह उपलब्धि स्कूल की शैक्षणिक उपलब्धि और समग्र विकास के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
शैक्षणिक उपलब्धि या शैक्षणिक प्रदर्शन वह सीमा है जिस तक किसी छात्र , शिक्षक या संस्थान ने अपने अल्पकालिक या दीर्घकालिक शैक्षिक लक्ष्य प्राप्त किए हैं।शैक्षणिक उपलब्धि शैक्षणिक परिणामों का वर्णन करती है जो इंगित करती है कि एक छात्र ने अपने सीखने के लक्ष्यों को किस हद तक हासिल किया है । मेहनत का कोई विकल्प और शॉर्टकट नहीं है। जब सफलता प्राप्त करने की बात आती है, तो कठिन परिश्रम करने के अलावा दिमाग में और कोई विचार नहीं आता है। कड़ी मेहनत न केवल सफल होने का एक महत्वपूर्ण साधन है, बल्कि यह बेहतर जीवन के लिए महत्वपूर्ण भी है। हम अपने जीवन के विभिन्न चरणों में चुनौतियों का सामना करते हैं।
छात्र जीवन से लेकर पेशेवर जीवन तक, हर पहलू में हमें बाधाओं का सामना करना पड़ता है। सभी बाधाओं को दूर करने के लिए हमें संभावनाओं पर ध्यान देने की जरूरत है, फिर योजना को कड़ी मेहनत के साथ क्रियान्वित किया जाना चाहिए।
सीबीएसई कक्षा 10वीं एवं 12वीं बोर्ड में उत्तीर्ण हुए सभी छात्रों को हार्दिक शुभकामनाएं। हमें यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि जीवन में सफलता प्राप्त करने हेतु कर्म करना आवश्यक है।हमें कर्मवादी बनना है न को भाग्यवादी। सफलता हमें कड़ी मेहनत समर्पण एवं अनुशासन से अवश्य मिलती है। ऊंची सोच कड़ी मेहनत और पक्के इरादे से हम किसी भी मंजिल को स्पर्श कर सकते हैं।
अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हुए, सफल छात्रों ने अपने शिक्षकों, प्रिंसिपल सर और अकादमिक समन्वयक को उनके शैक्षणिक सफर के दौरान उनके अटूट समर्थन और मार्गदर्शन के लिए हार्दिक धन्यवाद दिया। उनके शब्दों ने पूरे स्कूल समुदाय की भावना को प्रतिध्वनित किया, सामूहिक प्रयास को स्वीकार किया जिसके कारण यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल हुई।
आईपीएस दीपका हर छात्र को जीवन में उत्कृष्टता और सफलता प्राप्त करने के लिए सशक्त बनाने के अपने मिशन में दृढ़ है।
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