1957 में रिलीज हुई इस फिल्म का गाना बन गया था पाकिस्तानी स्कूल की प्रार्थना, लता मंगेशकर ने दी थी आवाज

इंदौर। बीते जमाने में ऐसे कई गीत आएं, जिन्होंने हिंदी सिनेमा में कमाल ही कर दिया। आज तक इन गानों को गुनगुनाया जाता है। लता मंगेशकर के सभी गाने खूब फेमस हुए। इस जमाने के लोग भी उन गानों के दीवाने हैं। आज भले ही वे इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी आवाज में गाए गए खूबसूरत नगमे आज भी याद किए जाते हैं। 7 दशक से भी ज्यादा लंबे करियर में लता ने 30,000 से भी ज्यादा गाने गाए हैं। लता ने अपने करियर की शुरुआत 13 की उम्र में की थी।

1957 में रिलीज हुई थी फिल्म

भारतीय सिनेमा की पार्श्व गायिकाओं में से एक मानी जाने वाली लता मंगेशकर ने 1942 में फिल्म से अपना सिंगिंग डेब्यू किया था। हजारों गाने हैं, जो आज भी गुनगुनाए जाते हैं। इनमें से ऐसा ही एक गीत है, जो फेमस तो खूब हुआ, लेकिन पाकिस्तान के एक स्कूल ने इसे प्रार्थना के तौर पर अपना लिया। यह गाना 1957 में आई फिल्म दो आंखें बारह हाथ का ए मालिक तेरे बंदे हम है। इस गाने के बोल भारत व्यास ने लिखा थे। वहीं, इसका म्यूजिक वसंत देसाई ने दिया था। वी शांताराम की फिल्म का यह गाना शांति और शक्ति का प्रतीक माना जा सकता है।

स्कूल प्रेयर के तौर पर गाया गया गाना

इस कारण पाकिस्तान के एक स्कूल ने इस गीत को अपने बच्चों के लिए स्कूल प्रेयर के तौर पर शामिल किया। हालांकि, अभी भी यह गीत स्कूलों में गाया जाता है या नहीं, इस बात की जानकारी नहीं है। लेकिन हिंदुस्तान में तो यह गीत जरूर सुनाई देता है। लता मंगेशकर ने इस गीत के अलावा और कई ऐसे गीत गाए हैं, जो ईश्वर से जुड़े हुए हैं। लगान का गाना ओ पालनहारे, हम दोनों का गीत फिल्म का गाना अल्लाह तेरो नाम, सत्यम शिवम सुंदरम फिल्म का गाना यशोमती मैया से बोले नंदलाला, अमर प्रेम का गीत फिल्म का गाना बड़ा नटखट है ये कृष्ण कन्हैया इन भी को लता ने ही अपनी मधुर आवाज दी है।