गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में पिछले चार दिनों से हो रही बारिश और ओलावृष्टि के चलते किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। यहां पर मरवाही में दो दिन पहले जो ओलावृष्टि हुई उतनी कभी यहां के लोगों ने इतिहास में नहीं देखी रही।
भयंकर ओलावृष्टि के कारण इसका असर खेतों में लगे गर्मी के धान और गेहूं की फसलों पर तो पड़ा ही साथ ही महुआ और आम की पैदावार भी जमकर प्रभावित हुई है। आम तथा महुआ इस जिले के लोगों के लिए जीवकोपार्जन का एक बहुत बड़ा आधार होता है। ऐसे में इन आम और महुआ की फसल पैदावार के नुकसान होने से लोगों के चेहरे पर मायूसी पसर गई है ।
कराया जाएगा नुकसान का आंकलन
वहीं ओलावृष्टि के कारण किसानों के खेतों में लगी फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई तो वहीं लोगों के द्वारा खेतों तथा बाड़ियों में लगाई गई सब्जी की फसल को भी जमकर नुकसान पहुंचा है। ओलावृष्टि के कारण हुए नुकसान के आंकलन के लिए कलेक्टर के निर्देश पर गौरेला, पेंड्रा, मरवाही और सकोला चारों तहसील क्षेत्र में पटवारी के मार्फत नुकसान का आंकलन कराया जा रहा है। हालांकि तात्कालिक राहत किसी भी किसान या निवासी को नहीं मिली है लेकिन नुकसान के आंकलन की शासन स्तर पर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
हालांकि अब मौसम में सुधार आने की संभावना मौसम विभाग के द्वारा जताई गई है लेकिन तीन दिनों तक बारिश और ओलावृष्टि के कारण जनजीवन पर इसका खासा असर पड़ा है और लोग शासन प्रशासन से मुआवजे की गुहार लगाने जिला कार्यालय और तहसील कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। खेतों में लगी फसल के साथ ही साथ पेड़ों पर लगी फसल भी गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के किसानों के लिए जीवकोपार्जन का एक बहुत बड़ा आधार होता है। ऐसे में सरकार खेतों और मकान को नुकसान की भरपाई तो कर देगी पर आम और महुआ की पैदावार से होने वाले नुकसान की भरपाई कम ही होने की संभावना है।
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