बागी कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा को सचिव पद से हटाया, राजेंद्र राणा ने छोड़ा कार्यकारी अध्यक्ष पद

शिमला । कांग्रेस पार्टी हाईकमान ने भी राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले अयोग्य घोषित बागी विधायकों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बागी विधायक सुधीर शर्मा को तुरंत अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी सचिव के पद से हटा दिया है। इस संबंध में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जानकारी दी गई है। वहीं, राजेंद्र राणा ने हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है।

उन्होंने अपना इस्तीफा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेजा है। उधर, कांग्रेस के बागी छह विधायकों ने बुधवार को मनसा देवी मंदिर में पूजा की। उधर, पद से हटाने के बाद सुधीर शर्मा ने सोशल मीडिया में पोस्ट डाली। उन्होंने लिखा- भार मुक्त तो ऐसे किया है जैसे सारा बोझ मेरे ही कंधों पर था। उन्होंने आगे लिखा- चिंता मिटी, चाहत गई, मनवा बेपरवाह, जिसको कुछ नहीं चाहिए, वो भी शहंशाह।

बता दें, 29 फरवरी को हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने दलबदल कानून के तहत बागी छह कांग्रेस विधायकों की सदस्यता रद्द कर दी थी। दलबदल कानून के तहत बागी विधायक सुधीर शर्मा, राजेंद्र राणा, रवि ठाकुर, देवेंद्र कुमार भुट्टो, चैतन्य शर्मा और इंद्रदत्त लखनपाल की सदस्यता रद्द किया गया है।

व्हिप जारी करने के बावजूद बजट पारित करने के दिन विधानसभा में मौजूद न रहने पर इन पर यह कार्रवाई की गई। इसके बाद इन विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। सभी विधायक राज्यसभा चुनाव के बाद से चंडीगढ़ में सीआरपीएफ की सुरक्षा में रह रहे हैं।

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