रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा की तर्ज पर भाजपा लोकसभा चुनाव में भी चौकाने की तैयारी में है । भाजपा तय समय से पहले छत्तीसगढ़ की 11 में से 5 सीटों पर प्रत्याशी के नामों का ऐलान कर सकती है। ये पांच वही लोकसभा है जहां प्रत्याशियों के नाम लगभग बदला जाना तय है। इधर भारतीय जनता पार्टी जहां प्रत्याशियों की फाइनल लिस्ट तैयार कर रही है। वहीं कांग्रेस सत्ता जाने के सदमे से नहीं उभर पाई है ।
लोकसभा चुनाव की तैयारी और प्रत्याशियों पर मंथन को लेकर कल दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई । बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी एल संतोष, प्रदेश चुनाव प्रभारी ओम माथुर, प्रदेश के सह प्रभारी नितिन नबीन, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, संगठन महामंत्री पवन साय भी शामिल हुए ।
ऐसी चर्चा है केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद कभी भी लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की पहली सूची जारी हो सकती है । केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में छत्तीसगढ़ की उन 5 सीटों बस्तर, कांकेर, जांजगीर-चांपा, राजनंदगांव और कोरबा जहां भाजपा कमजोर है उन पर जिताऊ प्रत्याशियों को लेकर मंथन हुआ ।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि विधानसभा चुनाव के तर्ज पर लोकसभा चुनाव में भी प्रत्याशियों के चयन का मापदंड एक मात्र शत प्रतिशत जिताऊ कैंडिडेट होगा। प्रत्याशियों की सूची में अनुभवी और नए चेहरों का समावेश होगा । ऐसा माना जा रहा है कि पिछले बार की हारी हुई दो सीट बस्तर व कोरबा और अरुण साव की बिलासपुर, गोमती साव की रायगढ़ और रेणुका सिंह की सरगुजा की सीट पर भाजपा नए चेहरे को मौका दे सकती है।
बैठक में शामिल होकर लौटे मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि बैठक में छत्तीसगढ़ में सभी 11 सीटें जितने का लक्ष्य रखा गया है। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने बताया कि बैठक में चुनाव की तैयारी को लेकर समीक्षा की गई । भाजपा योग्य और जितने वाले उम्मीदवारों को मौका देगी । भारतीय जनता पार्टी जहां प्रत्याशियों की सूची तैयार कर रही है। 11 की 11 सीटों जीतने का दावा कर रही है।
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