छत्तीसगढ़ : बैलाडीला की पहाड़ियों पर दुर्लभ प्रजाति का एक सांप लौडांकिया वाइन स्नेक मिला

दंतेवाड़ा, 24 फरवरी । जिले के बैलाडीला की पहाड़ियों पर दुर्लभ प्रजाति का एक सांप लौडांकिया वाइन स्नेक मिला है। इससे पहले भारत में यह असम और ओडिशा में मिल चुका है। छत्तीसगढ़ में यह सांप पहली बार बस्तर संभाग के बैलाडीला की पहाड़ी में मिला है।

वन विभाग और प्राणी संरक्षण कल्याण समिति ने इस सांप को सुरक्षित रूप से जंगल में छोड़ दिया है। अब इस सांप को लेकर शोध करने की तैयारी है। इस सांप की लंबाई करीब चार से साढ़े चार फीट की होती है, रंग हल्का भूरा होता है। इसकी पहचान इसके सिर से होती है, जो थोड़ा नुकीला होता है। अगर साइड एंगल से देखें, तो एक तीर के सामने वाले हिस्से की तरह होता है। इस सांप में जहर कम होता है। यह बेहद खूबसूरत और आकर्षक होता है। ये अमूमन पेड़ों पर पाए जाते हैं। छोटे कीड़े, छिपकली, बर्ड्स एग इनके मुख्य आहार हैं। अगर यह किसी इंसान को काट ले, तो मौत की संभावना बहुत कम होता है।

प्राणी संरक्षण कल्याण समिति के सदस्य अमित मिश्रा के अनुसार बैलाडीला की पहाड़ी में एनएमडीसी के स्क्रीनिंग प्लांट के पास यह सांप मिला है। इसे वाइन स्नेक प्रजाति का बताया जा रहा है। पूरे भारत में वाइन स्नेक की करीब 07 से 08 प्रजातियां हैं, लेकिन दंतेवाड़ा में मिला सांप बहुत दुर्लभ है। जब इसका आकार और रंगरूप दूसरे वाइन स्नेक से मैच नहीं हुआ, तो इसकी जांच के लिए तस्वीरें स्पेशलिस्ट के पास भेजी गईं। जांच में सांप की पहचान लौडांकिया वाइन स्नेक के रूप में हुई है। भारत में पहली बार इस प्रजाती के सांप वर्ष 2019 में असम और ओडिशा में मिला था। जिसके बाद अब छत्तीसगढ़ में मिला है।