IND vs ENG Test: ‘आपके पिता जी जहां भी हैं..’, आकाश दीप के डेब्यू पर कोच Rahul Dravid की इमोशनल स्पीच हुई वायरल

नई दिल्ली। भारत बनाम इंग्लैंड (Ind vs Eng 4th Test) के बीच चौथा टेस्ट मैच रांची में खेला जा रहा है। इस टेस्ट मैच में भारत की तरफ से आकाश दीप (Akash Deep) को डेब्यू करने का मौका मिला। कोच राहुल द्रविड़ ने आकाश दीप को डेब्यू कैप सौंपी। इस दौरान उन्होंने जो स्पीच दी, वह सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रही है। बीसीसीआई ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो शेयर की, जिसमें आकाश दीप की स्ट्रगल स्टोरी कोच द्रविड़ बता रहे हैं।

Ind vs Eng: कोच Rahul Dravid ने बताई Akash Deep की स्ट्रगल स्टोरी

दरअसल, बीसीसीआई द्वारा शेयर की गई वीडियो में देखा जा सकता है कि कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) आकाश दीप को डेब्यू कैप देने से पहले उनका परिचय पूरी दुनिया को करा रहे हैं। बिहार के रहने वाले आकाश दीप ने अपनी लाइफ में काफी दर्द सहा और संघर्ष खूब किया। उन्होंने कोरोना काल में अपने पिता और भाई दोनों को खोया, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और शानदार प्रदर्शन करते हुए हर किसी का दिल जीत लिया।

23 फरवरी 2024 को आकाश दीप को भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला। कोच राहुल द्रविड़ ने आकाश दीप को डेब्यू कैप देने से पहले कहा कि आकाश आपका जो सफर शुरू हुआ है। वह छोटे गांव बड्डी से 200 किलोमीटर दूर से शुरू हुआ। इस सफर में आपने काफी कृष्ट सहे हैं, बहुत मेहनत की है। बहुत कुछ ऊपर-नीचे देखा है। साल 2007 विश्व कप से प्रेरणा लेकर आप अकेले बड्डी से दिल्ली क्रिकेट खेलने के लिए गए। वहां पर अकेले रहे और बहुत कोशिश की। दिल्ली में बात नहीं बनी, तो आप कोलकाता गए।

कोच द्रविड़ ने कहा कि बहुत खुशी की बात है कि आज के दिन आपकी मां यहां पर हैं। दुख की बात ये है कि आपके पिता जी नहीं रहे, आपके बड़े भाई नहीं रहे लेकिन वह जहां भी हैं, वह आपको आशीर्वाद दे रहे हैं। इस मैच का मजा लो, आपने यहां तक आने के लिए बहुत मेहनत की है। ये सपना रहा है आपका। हमें बहुत खुशी है कि आपके इस सपने को पूरा करते समय हम सब आपके साथ हैं। बहुत खुशी के साथ मैं आपको 313 नंबर की कैप दे रहा हूं।

Akash Deep ने डेब्यू कैप मिलने के बाद क्या कहा?

इसके बाद आकाश दीप ने कहा कि मेरा सपना था कि मैं भारत के लिए टेस्ट खेलूं। आज मेरा यह सपना पूरा हुआ। मेरे गांव के आसपास मेरे परिवार के सामने मैं ऐसा कर पा रहा हूं, इससे बड़ा और कुछ नहीं हो सकता है। साथ ही साथ एक जिम्मेदारी लगती है मैच के लिए। इस अहम मैच पर मैं फोकस कर रहा हूं।