आर्मी ऑफिसर बनना चाहती थीं Jaya Bachchan, गुस्सा जाहिर करते हुए बताया- किन महिलाओं को किया जाता था भर्ती

नई दिल्ली। जया बच्चन ने गुड्डी, बावर्ची और परिचय जैसी फिल्मों से 70 और 80 के दशक में अपने शानदार अभिनय से फैंस का दिल जीता है। बीते साल ही जया बच्चन ने फिल्म ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ में धर्मेंद्र की पत्नी का किरदार अदा किया था। दिग्गज अभिनेत्री जया बच्चन अपनी फिल्मों के साथ-साथ पैपराजी पर अपने गुस्से को लेकर भी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी रहती हैं। अपना गुस्सा हो या प्यार जया बच्चन अपने मन की हर बात को खुलकर कहती हैं।

अब जया बच्चन ने अपनी नाती के पॉडकास्ट में अपना हाल ए दिल बयां करते हुए बताया कि वह एक आर्मी ऑफिसर बनना चाहती थीं, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी, क्योंकि उस समय पर महिलाओं को सिर्फ एक काम के लिए ही महिलाओं को आर्मी में भर्ती किया जाता था।

क्यों आर्मी ऑफिसर नहीं बन सकीं जया बच्चन?

जया बच्चन और उनकी बेटी श्वेता बच्चन हाल ही में नव्या नवेली नंदा के शो ‘व्हाट द हेल नव्या’ में खास मेहमान बनकर पहुंची थी। इस दौरान एक्ट्रेस जया बच्चन (Jaya Bachchan) और श्वेता नंदा दोनों ने ही जेंडर को लेकर लोगों की रूढ़िवादिता सोच पर खुलकर बात की और अपने निजी अनुभव शेयर किए।

श्वेता ने जेंडर को लेकर रुढ़िवादी सोच के बारे में बातचीत की शुरुआत की और बताया कि कैसे अब लोगों की सोच में बदलाव आया है। इस बातचीत के दौरान जया बच्चन ने जेंडर भेदभाव पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए निजी अनुभव शेयर किया। जया बच्चन ने कहा,

“मुझे वो समय याद है जब मैं बहुत ही ज्यादा निराश हुई थी, क्योंकि मैं आर्मी ज्वॉइन करना चाहती थी। उस समय पर वह ‘नर्स’ की पोस्ट को छोड़कर किसी भी अन्य पोस्ट के लिए महिलाओं को भर्ती नहीं करते थे”।

श्वेता बच्चन ने भी कहा ‘लोगों की सोच अब भी नहीं बदली’

दिग्गज अभिनेत्री जया बच्चन ने ये भी बताया कि कैसे वह आर्मी में जेंडर रिस्ट्रिक्शन की वजह से शामिल नहीं हो पाई थीं। सिर्फ जया बच्चन ही नहीं, अमिताभ बच्चन की लाडली श्वेता बच्चन ने भी पास्ट में लोगों की रूढ़िवादी सोच पर अपने विचार व्यक्त किया।

उन्होंने कहा, “लोगों को आज भी ये अजीब लगता था, जब एक महिला ड्राइविंग करती थी और पुरुष साइड सीट पर बैठा हुआ है, आज के समय में ऐसा नहीं है और हम काफी विकसित हो चुके हैं”। आपको बता दें कि अमिताभ बच्चन के नाती अगस्त्य ने जहां बतौर अभिनेता अपना करियर चुना, तो वहीं नव्या नन्दा ने खुद को अभिनय की दुनिया से बिल्कुल दूर रखा।