सरस्वती शिशु मंदिर का वार्षिकोत्सव में बच्चों ने दी अपनी प्रतिभा की प्रस्तुति_

कोरबा,15 फरवरी। सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुसमुंडा में 14 फरवरी को बसंत पंचमी सरस्वती पूजन के शुभ अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों ने अपनी प्रतिभा की प्रस्तुति दी इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में माननीय जुड़ावन सिंह ठाकुर (अध्यक्ष सरस्वती शिक्षा संस्थान छत्तीसगढ़ रायपुर), एवं कार्यक्रम के अध्यक्ष माननीय लव कुमार साहू, साथ ही विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित माननीय चंद्र किशोर श्रीवास्तव, माननीय धातेश्वर सिंह ठाकुर, पूर्व छात्र परिषद से माननीय योगेंद्र सिंह (जिला खनन अधिकारी), माननीय प्रदीप कश्यप (सिविल इंजीनियर पी, डब्लू डी , कटघोरा), के कर कमलों से मां सरस्वती, ओम , भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं पूजन अर्चन से शुरू हुआ।


विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित योगेंद्र सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा किबच्चों में संस्कार जगाने के लिए गेवरा बस्ती में सरस्वती शिशु मंदिर का संचालन करने वाले समिति ने जो बीजारोपण किया था वह आज पुष्पित और पल्लवित होते हुए हमें दिखाई दे रहा है। हम गौरव करते हैं कि हम ऐसे विद्यालय के छात्र रहे हैं। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित माननीय जुड़ावन सिंह ठाकुर ने अपने उद्बोधन में पूर्व छात्रों की प्रशंसा की और सरस्वती शिशु मंदिर के कार्यक्रमों में हमेशा उपस्थिति बनाए रखने की अपील की। सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत कक्षा 6 वी के बहनों ने हे सरस्वती मां शारदे, कक्षा द्वादश के बहनों द्वारा स्वागत गीत, कक्षा अरुण उदय के नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारादादाजी की छड़ी हूं मैंनृत्य ने सबके मन को मोह लिया। नृत्य नाटिका में राम जी की सेना , यह बेटी हिंदुस्तान की, मोबाइल का दुष्परिणाम, इसी तरह से छत्तीसगढ़ी एवं आंचलिक झांकी नृत्य में राउत नाचा भोजली पंथी छेरछेरासाथी दक्षिण भारत का लोक नृत्य,पंजाबी भांगड़ा राजस्थानी नृत्य ने सबको समा बांधे रखा।


इस पूरे कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य दीपचंद जांघेला, एवं श्रीमती संगीता वर्मा दीदी जी कर रहे थे।
सांस्कृतिक प्रमुख श्रीमती तनु मुखर्जी, श्रीमती काकोली चौधरी, श्रीमती हेमलता शर्मा, श्रीमती सुधा चौबे, श्रीमती भूमोती जांघेला, श्रीमती सीमा दीवान, श्रीमती खगेश्वरी चंद्रा, श्रीमती संगीता दुबे, श्रीमती भोगवती राजन, श्रीमती अंजना पाराशर शांतिलाल राठौर बसंत यादव हेमेंद्र साहू सुरेश सोनी, के कुशल नेतृत्व में कार्यक्रम सफल रहा। अंत में संस्था के प्राचार्य चिंतामणि कौशिक ने सबको आभार व्यक्त किया।समस्त आचार्य परिवार के सहयोग से कार्यक्रम सफल रहा।