प्यार के महीने की शुरुआत हो चुकी है। 7 फरवरी से शुरू हुए वैलेंटाइन वीक के हर दिन की अपनी एक खास बात है। प्रपोज डे, रोज डे, चॉकलेट डे…इस तरह के तमाम दिन इस वीक में होते हैं। वैलेंटाइन वीक के बेहद खास दिनों का जिक्र ‘किस डे’ (Kiss Day 2024) के बिना अधूरा है। 13 फरवरी को यह दिन मनाया जाता है, जब लवर्स एक दूसरे को किस कर उनके लिए प्यार और केयर को दर्शाते हैं।
किसिंग सीन का रहा है इतिहास
फिल्मी दुनिया में इस ‘किस’ को अलग-अलग अंदाज में दिखाया गया है। आजकल की फिल्मों में किसिंग सीन आम बात है। लेकिन एक वक्त ऐसा भी था, जब हिंदी फिल्मों में किसिंग सीन को स्क्रिप्ट में डालने से भी राइटर्स गुरेज करते थे। एक ऐसे जमाने में जब एक छोटा सा किसिंग सीन भी बवाल का बहुत बड़ा विषय बन जाता था। तब नायक-नायिकाओं के बीच रोमांस के सीन बहुत सोच समझकर फिल्माए जाते थे।
बॉलीवुड का सबसे पहला किसिंग सीन
50-60 के दशक में शायद ही कोई ऐसा सीन होगा, जब प्रेमी जोड़े के बीच आज की फिल्मों की तरह बेधड़क रोमांस फिल्माया गया हो। लेकिन 1933 में एक फिल्म रिलीज हुई थी, जिसमें करीब चार मिनट का लंबा लिप लॉक सीन था। यह सीन था फिल्म ‘कर्मा’ से, जिसे उस जमाने के लीडिंग एक्टर्स देविका रानी (Devika Rani) और हिमांशु राय (Himanshu Rai) के बीच शूट किया गया था।
(फोटो क्रेडिट- फिल्म हिस्ट्री पिक्स)
एक ऐसे दौर में जब महिलाओं का फिल्मों में काम करना तक बड़ी बात मानी जाती थी, उस जमाने में देविका रानी ने किसिंग देकर इतिहास रच दिया था। यह बॉलीवुड का पहला किसिंग सीन माना जाता है। इसमें देविका ने हिमांशु को थोड़ी-थोड़ी देर के लिए कई बार किस किया।
इस सीन पर फिल्माया गया था किस
‘कर्मा’ फिल्म में जो किसिंग सीन फिल्माया गया था, वह कोई लव मेकिंग सीन नहीं था। फिल्म में एक्टर बेहोश हो जाते हैं। उन्हें होश में लाने के लिए देविका रानी के कैरेक्टर को उन्हें किस करना होता है। इस तरह से ये सीन बॉलीवुड के इतिहास में पहले किसिंग सीन के नाम से दर्ज हो गया।
फिल्म को बैन करने की उठी थी मांग
देविका और हिमांशु पति-पत्नी थे, इललिए उन्हें यह सीन करने में परेशानी नहीं हुई। हालांकि, उनके ‘किस’ पर इतना बवाल हुआ कि इस मूवी को बैन करने की मांग तेज हो गई। यह देविका रानी की पहली फिल्म थी और हिमांशु राय ही इसके डायरेक्टर थे।
बता दें कि देविका रानी विख्यात कवि रबिंद्रनाथ टैगोर (Rabindranath Tagore) से संबंधित थीं। वह उनके चचेरे परदादा थे।
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