महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए नगरीय निकायों में पिंक बसें चलाएगी मध्‍य प्रदेश सरकार

भोपाल । महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए नगरीय क्षेत्रों में स्थानीय निकायों के माध्यम से सरकार पिंक बसें चलाएगी। नगरीय विकास एवं आवास विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई ने प्रदेश में नगरीय क्षेत्रों के सार्वजनिक परिवहन में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पत्र जारी कर नगरीय निकायों को व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है।

उन्होंने निर्देशित किया है कि यह व्यवस्था नगरीय निकायों में जल्द शुरू की जाए। इंदौर नगर निगम में प्रायोगिक तौर पर दो पिंक बसों का संचालन शुरू कर दिया है। प्रदेश में 16 नगर निगम सहित भिंड, गुना, शिवपुरी, विदिशा में नगर पालिका परिषद में पिंक बसों की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है। प्रदेश में अमृत योजना एवं जेएनएनयूआरएम के तहत करीब 13 हजार नगरीय बसों का संचालन किया जा रहा है।

पिंक बसों में बस संचालक एवं परिचालक (कंडक्टर) महिला ही होगी। बसों में केवल महिला यात्री ही यात्रा कर सकेगी। महिला चालक एवं परिचालक के लिए ड्रेस कोड अनिवार्य होगा। महिला चालक के लिए लाइसेंस और ट्रेनिंग की व्यवस्था होगी। स्मार्ट सिटी शहरों में पिंक बसों की निगरानी कमांड सेंटर के माध्यम से की जाएगी। नगरीय निकायों के उन क्षेत्रों में पिंक बस की व्यवस्था की जाएगी, जहां शैक्षणिक एवं व्यावसायिक क्षेत्रों में महिलाओं का आवागमन अधिक होता है। इसके साथ ही महिला यात्री को टिकिट की सुविधा के साथ डिजिटल रूप में पेमेंट करने की व्यवस्था भी रहेगी।

प्रदेश के जिन नगरीय क्षेत्रों में बसों की लाइव लोकेशन की सुविधा मोबाइल एप के माध्यम से प्रदान की जा रही है, यह सुविधा पिंक बसों में भी होगी। बसों में वरिष्ठ नागरिक एवं शारीरिक रूप से विकलांग यात्री के लिए सीट आरक्षित रहेगी। सभी पिंक बसों में जीपीएस एवं पैनिक बटन होंगे। शहरी क्षेत्रों में पिंक बसों के संचालन से सिटी बसों में महिला यात्रियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा और वह निडर होकर यात्रा कर सकेगी।

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