रूस से भारत के कच्चे तेल आयात में जनवरी के दौरान लगातार दूसरे महीने गिरावट आई है और अब यह 12 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है। हालांकि, भारत रूस से लंबे समय तक कच्चे तेल का आयात करता रहेगा।
भारत ने रूस किया इतना निर्यात
ऊर्जा परिवहन पर नजर रखने वाली कंपनी वर्टैक्सा के डेटा के अनुसार, जनवरी में भारत ने रूस से हर रोज 12 लाख बैरल तेल का आयात किया है, जो पिछले वर्ष दिसंबर के 13.2 लाख बैरल प्रतिदिन से कम है। नवंबर 2023 के दौरान भारत ने रूस से हर रोज 16.2 लाख बैरल कच्चे तेल का आयात किया था।
हालांकि, रूस भारत का शीर्ष तेल आपूर्तिकर्ता बना हुआ है। जनवरी में भारत ने हर रोज कुल 49.1 लाख बैरल कच्चे तेल का आयात किया है और इसमें रूस की हिस्सेदारी एक चौथाई से थोड़ी कम रही है। रूस से आयात में आई कमी की भरपाई ईराक की ओर से हुई है।
ईराक से भी आया तेल
ईराक से जनवरी में हर रोज 11 लाख बैरल कच्चे तेल का आयात हुआ है, जो दिसंबर 2023 में 9.85 लाख बैरल था। पिछले महीने सऊदी अरब से तेल आयात घटकर 6.59 लाख बैरल प्रतिदिन रहा है, जो दिसंबर 2023 में 6.68 लाख बैरल था।
भारत अपनी कुल जरूरत का करीब 85 प्रतिशत कच्चा तेल आयात करता है। इस तेल को रिफाइनरियों में पेट्रोल और डीजल जैसे ईंधन में बदला जाता है। वर्टैक्सा के डेटा के अनुसार, दिसंबर 2021 में भारत रूस से केवल 36,255 बैरल प्रतिदिन तेल का आयात करता था।
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