Bilaspur News: लोमड़ी व चीतल के बाद सिटी फारेस्ट में नजर आई जंगली बिल्ली

बिलासपुर,05 फरवरी । शहर से लगे फदहाखार की वनभूमि को सुरक्षित करने का असर दिखाई देने लगा है। यहां जंगली सूअर, लोमड़ी व चीतल के अलावा जंगली बिल्ली भी है। तस्वीर सामने आने के बाद वन विभाग की खुशी का ठिकाना नहीं है। विभाग का दावा है कि इस क्षेत्र को संरक्षित करने के लिए विभाग जिस तरह के उपाय कर रहा है, यह उसी का असर है। आने वाले दिनों में ऐसे कई वन्य प्राणी नजर आएंगे, जिसे देखने के लिए पर्यटक अचानकमार टाइगर रिजर्व जाते हैं। वन विभाग ने फदहाखार के 50 हेक्टेयर क्षेत्र पर फेंसिंग की है।

इस वनभूमि को संरक्षित करने का प्रयास इसलिए किया गया, क्योंकि इस क्षेत्र पर अतिक्रमणकारियों की नजर रही है। आठ हेक्टेयर पर तो सालों से कब्जा है। जिसे हटाने के लिए विभाग ने कई बार प्रयास किया। लेकिन, सफलता नहीं मिल सकी। बचे हुए क्षेत्र पर अतिक्रमणकारियों की घुसपैठ न हो सके, इसलिए वन विभाग ने फेसिंग के जरिए सुरक्षित घेरा बनाया है। नगर वन बनाने की योजना बनी है। इस योजना के तहत ही सबसे पहले इसे घेरने का कार्य प्रारंभ किया गया था। इसमे कुछ समय लगा। लेकिन, अब काम पूरा हो गया है।

घेराबंदी के साथ इसका प्रतिकूल प्रभाव भी देखने को मिला। यहां वन्य प्राणी होने की पुष्टि होने लगी है। लगातार वन्य प्राणी नजर आ रहे हैं, जिनकी तस्वीर भी कैद की जा रही है, ताकि उच्चाधिकारियों को इसकी सूचना दी जा सके। दो जंगली सूअर और एक लोमड़ी को फहदाखार क्षेत्र में विचरण करते देखा। चीतलों के झुंड भी है। अब विभाग ने जंगली बिल्ली की तस्वीर साझा की है। अब उम्मीद जताई जा रही है कि वन क्षेत्र सुरक्षित होने के बाद उनका मूवमेंट भी नजर आने लगेगा। इसे देखते हुए ही विभाग नगर वन बनाने का प्रयास कर रहा है। इसमें पर्यटकों के सैर के अलावा मनोरंजन के लिए झूले, फिसलपट्टी आदि चीजें भी लगाई जाएंगी। वन्य प्राणियों के बीच मनोरंजन पर्यटकों को आकर्षित करेगा। कानन पेंडारी जू व अचानकमार टाइगर रिजर्व की तरह यह भी लोकप्रिय हो जाएगा और आने वाले दिनों में पर्यटक वन्य प्राणियों का दीदार करने के लिए पहुंचेंगे।

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