जिला अस्पताल में चूहों और काकरोचों का आंतक, नवजात बच्चों को बचाना हो रहा मुश्किल

दंतेवाड़ा,02 फरवरी । छत्‍तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिला अस्पताल की बदइंतजमी वैसे किसी से छिपी नहीं है। पर अब अस्पताल का सबसे संवेदनशील वार्ड प्रसूति वार्ड भी सुरक्षित नहीं है। कब मासूम बच्‍चों को चूहे कुतर दे इसका डर हमेशा बना रहता है। प्रसूति वार्ड में चारों तरफ गंदगी का अंबार लगा हुआ है। पूरे वार्ड में एक-दो नहीं सैकड़ों की तादात में काकरोच बच्‍चों के बिस्‍तर से लेकर फर्श पर घूमते नजर आते हैं।

यहां चूहे भी 24 घंटे वार्ड में दौड़ते नजर आते हैं, जो नवजात बच्‍चों को कभी भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। प्रसूति वार्ड में स्वजन जो भोजन रखते हैं उसमें भी काकरोच चले जाते हैं। वार्ड में मौजूद महिलाओं ने बताया, चूहों के डर की वजह से वार्ड में रात को रतजगा करना पड़ता है, नहीं तो चूहे नवजात बच्‍चों को भी नुकसान पहुंचा देंगे।

मरीजों के सामान को भी कुतर रहे चूहे

गांवों से जिला अस्पताल प्रसव के लिए आने वाले लोगों का सामान प्रसूति वार्ड में सुरक्षित नहीं है। झोले के अंदर दिन में चूहे घुसते नजर आ रहे हैं।