प्रतापपुर। सोमवार की सुबह लगभग सात बजे प्रतापपुर के बैकोना में हाथी के हमले से शिवमंगल पैकरा (35)की मौत हो गई। मृतक गांव के अन्य लोगों के साथ गन्ने की फसल बर्बाद कर रहे हाथियों को खदेड़ने का प्रयास कर रहा था। दल में शामिल एक हाथी ने युवक को सूड़ से उठाकर पटक दिया। तत्काल उसे प्रतापपुर अस्पताल ले जाया गया। यहां जांच के बाद चिकित्सकों ने युवक को मृत घोषित कर दिया।
वन परिक्षेत्र प्रतापपुर के ग्राम बैकोना, सौंतार व बांक नदी के बीच 27 हाथियों का दल रविवार की मध्य रात्रि से विचरण कर रहा है। हाथियों का यह दल किसानों की गन्ने की फसल को भारी नुकसान पहुंचा रहा है। गन्ने की फसल को बचाने के लिए किसान रात से ही हाथियों के दल को अपने स्तर पर दूर खदेड़ने का प्रयास कर रहे थे। गन्ने के खेतों में मौजूद हाथियों का दल टस से मस नहीं हो रहा था और लगातार गन्ने की फसल को बरबाद कर रहा था। आखिरकार किसान थक हार कर अपने घरों को लौट गए।
सुबह होने पर किसान गन्ने के खेतों में डटे हुए हाथियों के दल को फिर से खदेड़ने के प्रयास में लग गए। तभी अचानक गन्ने के खेत में मौजूद हाथियों के दल में शामिल एक हाथी से बैकोना के करसीहापारा निवासी शिवमंगल पैकरा का सामना हो गया। हाथी को सामने देखकर उसने अपनी जान बचाने के लिए भागने का प्रयास किया पर हड़बड़ाहट में वह नीचे गिर गया जिसके बाद हाथी ने उसे अपनी चपेट में लेते हुए सूंड से उठाकर नीचे पटक दिया जिसके कारण वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
जानकारी मिलते ही आनन फानन में बैकोना निवासी भाजपा नेता थउला राम अन्य ग्रामीणों की मदद से गंभीर रूप से घायल युवक को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर लेकर पहुंचे। इससे पहले की घायल युवक को उपचार मिल पाता उसकी मौत हो चुकी थी मृतक की पत्नी व तीन नाबालिग बच्चे भी हैं जो अब पिता की असमय ही मौत हो जाने के कारण बेसहारा हो गए हैं। इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों का दल अभी भी वहीं जमा हुआ है और लगभग दस से बारह किसानों के गन्ने की लाखों रुपये की फसल को खाकर चौपट कर चुका है। वन विभाग की टीम हाथियों के दल को जंगल की ओर खदेड़ने के प्रयास में लगी हुई है। समाचार लिखे जाने तक वन विभाग मृतक से संबंधित जरुरी औपचारिकताएं पूरी करने में लगा हुआ था।
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