MS Dhoni ने रांची में अपने घर में ही मनाया 75वें गणतंत्र दिवस का जश्‍न, साक्षी सिंह का पोस्‍ट फैंस के बीच हुआ सुपरहिट

भारतीय टीम के पूर्व कप्‍तान एमएस धोनी ने शुक्रवार को रांची स्थिति अपने घर में 75वें गणतंत्र दिवस का जश्‍न मनाया। एमएस धोनी ने अपने फार्म हाउस में झंडा फहराया, जिसका वीडियो उनकी पत्‍नी साक्षी ने शेयर किया। एमएस धोनी की पत्‍नी साक्षी ने अपने आधिकारिक इंस्‍टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया, जो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो में नजर आ रहा है कि भारतीय झंडा लहरा रहा है और एमएस धोनी वहीं पास में खड़े हैं। एमएस धोनी के फैंस यह वीडियो देखकर अति खुश हैं क्‍योंकि सीएसके के कप्‍तान कम ही फैंस को नजर आते हैं। धोनी अपनी निजी जिंदगी जीने के लिए जाने जाते हैं।

लेफ्टिनेंट कर्नल हैं एमएस धोनी

बता दें कि भारतीय टीम के पूर्व कप्‍तान एमएस धोनी को इंडियन टेरिटोरियल आर्मी की पैराशूट रेजीमेंट में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि मिली हुई है। धोनी ने बकायदा आर्मी में ट्रेनिंग की और इस पद को सम्‍मान के साथ हासिल किया।

भारत के एकमात्र ऐसे कप्‍तान

एमएस धोनी का भारतीय क्रिकेट में योगदान अतुल्‍नय है। वो एकमात्र ऐसे कप्‍तान हैं, जिन्‍होंने आईसीसी की तीनों ट्रॉफी जीती और उनके नेतृत्‍व में भारतीय टीम टेस्‍ट रैंकिंग में नंबर-1 भी बनी। धोनी अपनी देशभक्ति के लिए लोकप्रिय हैं। धोनी को वर्ल्‍ड कप 2019 के दौरान विकेटकीपिंग दस्‍तानों पर आर्मी का निशान लगाते हुए देखा गया था, जिसके कारण विवाद भी छिड़ा था। इसके अलावा जब धोनी के गृहनगर रांची में ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ 2019 में वनडे मैच खेला गया तो पूरी टीम ने आर्मी कैप पहनी थी। यह पुलवामा हमले में शहीदों और भारतीय सेनाओं के लिए ट्रिब्‍यूट था।

आईपीएल 2024 में नजर आएंगे धोनी

एमएस धोनी ने इस महीने की शुरुआत में झारखंड राज्‍य क्रिकेट एसोसिएशन स्‍टेडियम में ट्रेनिंग शुरू की। वो आईपीएल 2024 के दौरान एक्‍शन में नजर आएंगे। आईपीएल 2023 में सीएसके की खिताबी जीत के बाद एमएस धोनी ने घुटने की सर्जरी कराई थी। अब वो अपनी फिटनेस हासिल करने पर काम कर रहे हैं।

याद दिला दें कि एमएस धोनी ने 15 अगस्‍त 2020 को अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट से संन्‍यास लिया था। विकेटकीपर बल्‍लेबाज आईपीएल में अब तक सक्रिय हैं और अगले सीजन में भी खेलते हुए नजर आएंगे। धोनी ने अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट से संन्‍यास लेने के बाद सीएसके को दो बार खिताब दिलाया।