बिलासपुर में खास है तसमई बांटने की परंपरा, भगवान श्रीराम का प्रिय भोग है तसमई

अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान प्रभु श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ नए भारत का उदय होगा। यह दिन बेहद खास होगा। देशभर में दीवाली मनेगी। मंदिर से लेकर घरों में खास तैयारियां चल रही है। प्रभु श्रीराम को प्रिय भोग खीर अर्पित किया जाएगा। बिलासपुर के हर गली, चौक-चौराहों पर परंपरा अनुसार खीर का वितरण किया जाएगा।

ज्योतिषाचार्य पंडित देव कुमार पाठक के अनुसार भगवान राम, मां सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की पूजा करने से घर में खुशहाली बनी रहती है। माना जाता है कि भगवान राम की पूजा के दौरान उन्हें प्रिय भोग चढ़ाने से भगवान राम की विशेष कृपा बनी रहती है। भगवान राम जी को खीर बेहद पसंद है। हिंदू मान्यता के अनुसार राजा दशरथ के घर में भगवान राम, लक्ष्मण समेत चारों भाइयों का जन्म हुआ था तो उस समय खीर बनाई गई थी।

ऐसे में प्रभु श्रीराम को खीर का भोग लगाना चाहिए। गाय के ताजा दूध से बनी खीर केले के पत्ते पर रखकर भगवान राम को अर्पित करना शुभकारी होगा। बिलासपुर शहर की एक अनूठी परंपरा के अनुसार, राम जन्मोत्सव पर शहरभर में खीर बंटती है। मंदिरों में इसे ग्रहण करने तांता लगा रहता है। पहली बार प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर खास तैयारी चल रही है। इस बार घर-घर खीर बनेगी।

तुलसी की पत्ती अनिवार्य

पंडित पाठक के अनुसार भगवान राम विष्णु के अवतार हैं। भगवान विष्णु के हर प्रसाद में तुलसी की पत्ती डालनी चाहिए। विष्णु भगवान को तुलसी का पत्ता बेहद प्रिय है। ऐसे में प्रभु श्रीराम की पूजा के दौरान भोग में तुलसी का पत्ता अनिवार्य रूप से शामिल करना चाहिए। प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर इस बार बड़े पैमाने पर प्रसाद में कंदमूल एवं बेर को भी शामिल किया जाएगा। कलाकंद एवं बर्फी का भी भोग लगेगा।

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