भोपाल । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव देवास में पद्मविभूषण पं. कुमार गंधर्व जन्म शताब्दी वर्ष को लेकर स्थानीय पं. कुमार गंधर्व प्रतिष्ठान द्वारा आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर तीन दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में कलापिनी कोमकली ने पद्मविभूषण पं. कुमार गंधर्व की जन्म शताब्दी वर्ष कार्यक्रम की रूप रेखा बताई। देवास विधायक गायत्री राजे पवार ने कार्यक्रम में आभार माना।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पं. कुमार गंधर्व संगीत की दुनिया में अद्वितीय थे। हम धन्य है कि हमें जन्म शताब्दी कार्यक्रम में आने का सौभाग्य मिला है। हमनें देवताओं को तो नहीं देखा, न इंद्र की सभा में कभी गए, लेकिन पं. कुमार गंधर्व के माध्यम से समझ सकते हैं कि इंद्र की सभा कैसी होती होगी। कालजयी शास्त्रीय गायक पंडित कुमार गंधर्व अद्वितीय व्यक्तित्व के धनी थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पद्मविभूषण पं. कुमार गंधर्व छाया चित्र की प्रदर्शनी का उद्घाटन कर अवलोकन भी किया। प्रदर्शनी में पं. कुमार गंधर्व के जीवन के अलग-अलग काल खंड के चित्र अवलोकन के लिए लगाए गए थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पंडित कुमार गंधर्व के जीवन पर आधारित टेबल कैलेंडर का विमोचन किया।
पं. कुमार गंधर्व देवास के कोहिनूर है। उन्होंने कहा कि प. कुमार गंधर्व छाया चित्र की प्रदर्शनी में दिख रहा है कि उन्होंने बड़े-बड़े कलाकारों के साथ बाल कलाकार के रूप सुंदर प्रस्तुतियां दी है। प्रदर्शनी में पं. कुमार गंधर्व के बाल कलाकार से बडे होने तक का विराट रूप देखा है। पं. कुमार गंधर्व अंतराष्ट्रीय स्तर पर भारत का गौरव है।
जन्म शताब्दी वर्ष कार्यक्रम के पहले दिन संगीत सभा की शुरुआत शास्त्रीय गायक भुवनेश कोमकली के गायन से हुई। पं. कुमार गंधर्व की जन्म शताब्दी वर्ष पर तीन दिवसीय कार्यक्रम होंगे जो 21 जनवरी तक चलेंगे। इसमें अलग-अलग कलाकार प्रस्तुतियाँ देंगे।
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