हम सभी जानते हैं कि 26 जनवरी देश के इतिहास के लिए महत्वपूर्ण तारीख है, लेकिन आजकल के बच्चों को इस बात की जानकारी देना और उनके अंदर देश के प्रति प्यार, सम्मान, जागरुकता और दिलचस्पी बढ़ाने के लिए, उन्हें इस दिन के महत्व के बारे में समझाना होगा, जिससे वे खुश होकर सभी कहानियां सुनें और आगे चलकर अपने देश का सम्मान करें, राष्ट्रीय ध्वज फहराएं और अपने राष्ट्रगान गाकर 26 जनवरी मनाएं।
आइए जानते हैं कि बच्चों को कैसे बताएं गणतंत्र दिवस का महत्व –
बच्चों को सबसे पहले रिपब्लिक या गणतंत्र का मतलब समझाएं।
बच्चों को मात्र यह न बताएं कि 26 जनवरी की छुट्टी है या इस दिन स्कूल में परेड होती है और मिठाइयां बंटती हैं। उन्हें इस दिन की असल अहमियत बताएं।
उन्हें देश के वीर सैनिकों और जवानों की कहानियां सुनाएं जिन्होंने देश के लिए बलिदान दिया।
उन्हें राष्ट्रगान का महत्व बताएं इसका मतलब बताएं और इससे जुड़ी करोड़ों देशवासियों की भावना के बारे में बताते हुए यह समझाएं कि इस दिन इसे क्यों गाया जाता है।
राष्ट्रीय पर्व और अवकाश की जानकारी दें और समझाएं कि ये अवकाश मस्ती के लिए नहीं, बल्कि उन वीर सपूतों को याद करने के लिए है, जिन्होंने देश की रक्षा और सम्मान के लिए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया।
बच्चों को उम्र के अनुसार संविधान के महत्व को समझाएं।
बच्चों को दिलचस्प तथ्य बताएं जैसे कि देश का संविधान हाथ से लिखा गया था न कि प्रिंट किया गया था, जो कि आज भी भारत की संसद में संभाल कर रखा हुआ है।
डॉ. भीम राव अम्बेडकर की कहानियां सुनाएं कि कैसे कठिनायों से लड़ कर, उन्होंने शिक्षा प्राप्त की और भारत के संविधान निर्माण में अविस्मरणीय भूमिका अदा की।
उन्हें यह भी बताएं कि 26 जनवरी के दिन देश के राष्ट्रपति देश को संबोधित करते हैं।
टीवी पर परेड की लाइव टेलीकास्ट दिखाएं और सभी प्रदेशों की झांकियां समझाते हुए, उन्हें उनके महत्व के बारे में बताएं। हो सके तो शहर के पुलिस लाईन जा कर बच्चे को सामने से परेड दिखाएं, ताकि वे भी देश भक्ति की भावना को समझ पाएं।
बच्चं को महान देशभक्तों जैसा तैयार करें और उन्हें उनकी कही बातों को सिखाएं और उनका महत्व भी समझाएं। इस तरह खेल-खेल में वे हमारी आजादी के महानायकों के बारे में जानेंगे और उन्हें हमेशा याद करके नमन करेंगे।
बच्चों के साथ मिलकर राष्ट्रीय ध्वज फहराएं।
बच्चों को बताएं कि 26 जनवरी 1950 को पहला गणतंत्र दिवस मनाया गया था।
बच्चे अगर समझने में दिलचस्पी नहीं लेते हैं तो आप उन्हें क्रिएटिव गेम्स के सहारे भी इस दिन के महत्व को समझा सकते हैं।
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