बिलासपुर,16जून 2025(वेदांत समाचार)। जिला पुलिस ने गुंडों पर ताबड़तोड़ एक्शन लिया है, इस विशेष अभियान का संचालन एएसपी (शहर) राजेन्द्र कुमार जायसवाल, एएसपी (ग्रामीण) अर्चना झा, एवं एएसपी (ACCU) अनुज कुमार के नेतृत्व में किया गया, लेकिन पूरी योजना और मॉनिटरिंग स्वयं एसएसपी रजनेश सिंह ने की, जिनकी “जिले में अपराध मुक्त वातावरण की नीति” इस कार्रवाई के पीछे प्रमुख वजह रही। सघन चेकिंग में पुलिस की बड़ी कार्रवाई 11 स्थायी वारंट और 19 गिरफ्तारी वारंट तामील किए गए – कुल 30 वॉरंट निष्पादित।
2 फरार आरोपी, जो पिछले 5 से 6 वर्षों से पुलिस से बचते फिर रहे थे, अंततः गिरफ्त में आए। 159 गुंडा व निगरानी बदमाशों की उनके निवास पर जाकर जांच की गई, जिनमें से कई की गतिविधियों पर विशेष नजर रखी जा रही है। 62 संदिग्धों को थानों में बुलाकर ICJS पोर्टल से फिंगरप्रिंट और सत्यापन की कार्रवाई की गई। जिलाबदर 24 बदमाशों की स्थिति की पुन: जांच की गई, जिनमें से कुछ पूर्व की कार्रवाई में जेल भेजे जा चुके हैं। एसएसपी रजनेश सिंह ने साफ कहा है कि बिलासपुर पुलिस की प्राथमिकता आमजन में सुरक्षा का भरोसा और अपराधियों में कानून का भय बनाए रखना है। इसी कड़ी में यह अभियान शुरू किया गया और आने वाले समय में यह कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी।
उन्होंने यह भी संकेत दिए हैं कि ऐसे बदमाश जो भले ही फिलहाल शांत बैठे हों, लेकिन जिनका अतीत आपराधिक रहा है, उन्हें भी पुलिस की रडार पर रखा गया है। सभी थाना प्रभारियों को साफ निर्देश दिए गए हैं कि गुंडा-निगरानी बदमाशों को थानों में तलब कर उनकी गतिविधियों की सतत समीक्षा की जाए। शहर से लेकर ग्रामीण थाना क्षेत्र तक, हर स्तर पर पुलिस बल ने अभियान को गंभीरता से लिया। कोटा, रतनपुर, सीपत, तोरवा, सकरी, तखतपुर, सरकंडा, जैसे इलाकों में पूर्व से चिन्हित अपराधियों के ठिकानों पर दबिश दी गई। थाने न आने वाले निगरानी बदमाशों के घर पहुंचकर जानकारी ली गई और सामाजिक स्तर पर उनके प्रभाव को मापा गया।