चाइना डोर ने छीनी परिवार की खुशियां, पोते के जाने के सदमे में दादा की मौत

धार। धार शहर में चाइना डोर ने एक हंसते खेलते परिवार की खुशियां छीन ली। जिस परिवार में खुशियां थी वहां आज गम के अलावा कुछ नहीं है। कनिष्क की मौत के गम से परिवार संभला ही नहीं था। वहीं इसी परिवार में एक और मौत ने परिवार को हिला कर रख दिया। पोते कनिष्क के दुनिया से जाने का गम 60 साल के दादा सहन नहीं कर पाए।

पोते की मौत के गम में दादा का भी निधन

पोते के जाने के सदमे में सोमवार देर रात को दादा ने भी परिवार वालों को अलविदा कहकर इस दुनिया से हमेशा के लिए चले गए। जब दादा की मौत हुई तो परिवार का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। वहीं बुआ का स्वास्थ्य खराब होने के चलते मंगलवार को बुआ का जिला अस्पताल में भर्ती करवाया। जब शहर में कनिष्क के दादा की मौत की खबर फैली तो हर कोई दंग रह गया।

चाइना डोर से हुई थी पोते की मौत

दरअसल चाइना डोर की वजह से रविवार शाम को लुनियापुरा के रहवासी कनिष्क पुत्र विनोद चौहान की मौत हो गई थी। इसमें सोमवार को कनिष्क का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं दादा रमेश चौहान इस दर्द को सहन नहीं कर पाए। बताया जा रहा है दादा रमेश चौहान लंबे समय से बीमार चल रह रहे थे। इसमें वह पोते के जाने के गम को सहन नहीं कर पाए और सोमवार देर रात को रमेश चौहान की मौत हो गई। मंगलवार को जब रमेश चौहान की अर्थी उठी तो कनिष्क की बुआ रेखा का स्वास्थ्य खराब हो गया। जिसे प्रशासन के अमले द्वारा जिला अस्पताल लेकर आए। जहां रेखा को भर्ती कर उपचार किया गया।

पहले बेटा फिर पिता का साया उठा..

लुनियापुरा के रहवासी विनोद चौहान रविवार शाम को अपने बेटे कनिष्क को बाजार पानी पूड़ी खिलाने ले जा रहे थे। इस दौरान हटवाड़ा क्षेत्र में बेटे कनिष्क के गले में चाइना डोर फसने की वजह से उसकी मौत हो गई। पिता बेटे की मौत के गम को भूला नहीं पाए। इस बीच पिता का साया उठने से वह पूरी तरह से टूट चुके हैं। परिवार में एक के बाद एक अर्थी उठने से पूरा परिवार टूट चुका है। वहीं कनिष्क की मां का रो-रो कर बुरा हाल हो चुका है। मां समझ ही नहीं पा रही है कि पहले बेटा और फिर ससुर इस दुनिया से जा चुका है।

[metaslider id="122584"]
[metaslider id="347522"]