धार। शहरवासी कभी भी 14 जनवरी 2024 मकर संक्रांति का दिन कभी नहीं भूल पाएंगे। इस दिन चाइना डोर एक बच्चे के लिए जानलेवा बन गई।छह साल के मासूम के गले में चाइना डोर फंसने की वजह से उसकी मौत हो गई। जब शहर में कनिष्क चौहान की मौत की खबर लगी तो हर किसी की रूह कांप उठी।
अंतिम यात्रा में शामिल हुए बड़ी संख्या में लोग
सोमवार को जब कनिष्क की अंतिम यात्रा निकाली गई तो हर किसी की आंखें नम हुई। वहीं मां का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है। जिस मां का कनिष्क सहारा बनने वाला था। चाइना डोर की वजह से वह मां को इस दुनिया से छोड़कर हमेशा के लिए अलविदा कह गया। मासूम की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
पानी पुरी खाने की इच्छा प्रकट की थी
दरअसल सोमवार शाम को बेटे कनिष्क ने अपने पिता विनोद से पानी पुरी खाने की इच्छा प्रकट की। पिता ने अपने बेटे की इच्छा को पूरा करने के लिए उसे मोटरसाइकिल पर बैठाकर बाजार ले जाने लगे। घर से महज चंद मीटर की दूरी पर आने के बाद काल के रूप में चाइना डोर सामने आ गई। बेटे कनिष्क की गर्दन में फंस गई। खून में लहू लुहान हुए बेटे को अस्पताल लेकर पहुंचे परंतु जब तक बहुत देर हो चुकी थी। निजी अस्पताल से बेटे को जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
भगवान से की थी मान मन्नत
पिता विनोद चौहान ने बताया कि कनिष्क के जन्म के पूर्व परिवार द्वारा मान मन्नत ली गई थी। इसी मान मन्नत की वजह से कनिष्क हमारे बीच आया। परंतु चाइना डोर की वजह से वह हमें बीच रास्ते में छोड़कर चला गया। एक बेटे के जाने से पिता पूरी तरह से टूट चुका है, तो वहीं मां को अब तक बेटे के जाने का विश्वास नहीं हो रहा।
अब किसी और कनिष्क के साथ ना हो घटना
इस दर्दनाक हादसे ने हर किसी को दंग कर दिया है। रविवार देर शाम को जब कनिष्क की मौत की खबर फैली तो हर कोई इंटरनेट मीडिया पर अपनी संवेदना व्यक्त कर रहा था। वहीं लोगों में चाइना डोर के खिलाफ एक आक्रोश देखने को मिला है। हर कोई इंटरनेट मीडिया पर चाइना डोर खरीदी को बंद करने की बात कह रहा था।
यह कहना था लोगों का
लोगों का कहना है कि आज एक कनिष्क चाइना डोर की वजह से धार शहरवासियों को अलविदा कह गया है। अब कभी कोई दूसरा कनिष्क इस चाइना डोर की वजह से इस दुनिया नहीं जाए। इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा। सभी को अब इस चाइना डोर से दूरी बनाना होगी।
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