आलस्य तथा अकर्मण्यता पराजय का कारण इससे बचें युवा- डॉ प्रशांत बोपापुरकर

युवाओं में विकास के लिए सकारात्मक विचार व उच्च आदर्श जरूरी

युवाओं में आलस्य तथा अकर्मण्यता पराजय का कारण बनती है यदि युवा अपने मस्तिष्क को सकारात्मकता के साथ उच्च विचारों व आदर्शो से परिपूर्ति कर लेते हैं तो उनके द्वारा महान कार्य संपन्न जरूर होंगे और वे समाज के प्रणेता बनेंगे। स्वामी विवेकानंद जी ने अपने विचारों और कार्यों से दुनिया के युवाओं का मार्गदर्शन किया इसलिए राष्ट्र उन्हें प्रतीक पुरुष मानती है। उक्त उद्गार कमला नेहरू महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा आयोजित राष्ट्रीय युवा दिवस समारोह में प्राचार्य डॉ. प्रशांत बोपापुरकर द्वारा स्वयंसेवकों के समक्ष व्यक्त किए गए। कार्यक्रम का प्रारंभ अतिथियों द्वारा स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलन से हुआ।

स्वयंसेवकों को भूगोल विभाग के अध्यक्ष अजय कुमार मिश्रा ने संबोधित करते हुए कहा की स्वामी विवेकानंद जी ने विश्व के समक्ष भारतीय वेदांत, दर्शन और सनातन संस्कृति की जिस तरह से अनूठी व्याख्या की उसने दुनिया के समक्ष भारत के गौरव व सम्मान को बढ़ाया। कार्यक्रम में हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक टी.व्ही. नरसिम्हम, वानिकी विभाग के अध्यक्ष डॉ सुनील तिवारी, एनसीसी अधिकारी श्रीमती अनिता यादव तथा रासेयो कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती प्रीति द्विवेदी व श्रीमती जी.एम. उपाध्याय तथा बड़ी संख्या में रासेयो स्वयंसेवक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन रासेयो जिला संगठक वाय.के तिवारी तथा आभार ज्ञापन छात्रा कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती प्रीति द्विवेदी द्वारा किया गया।

रेड रिबन क्लब द्वारा पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन–

महाविद्यालय की रेड रिबन क्लब के नोडल अधिकारी वाय.के तिवारी के निर्देशन में एचआईवी एड्स तथा रक्तदान के संबंध में जागरूकता हेतु पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें करन श्रीवास, सिद्धि कुमारी, पूजा कुशवाहा ,अनुष्का शुक्ला ,अधिवेश बग्गा ,अनिल कुमार ,मनीष चंद्रा ,सन्नी राव जगताप, देवांश कुमार, राहुल पूर्ति आदि स्वयंसेवकों ने भाग लिया। युवा दिवस समारोह के आयोजन में चमन पटेल, भारती जायसवाल ,काजल कर्ष, रूपाली श्रीवास ,मनीषा खांडे ,संध्या मिरी आदि स्वयंसेवकों का सक्रिय योगदान रहा। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय युवा गीत तथा विवेक गीत के सामूहिक गान से हुआ ।