उज्जैन। ऑनलाइन ठगी का शिकार हुए तीन लोगों के हजारों रुपये आइटी सेल ने वापस दिलवाए हैं। एक युवती के साथ लोन एप डाउनलोड करने पर उसके फोटो वायरल करने की धमकी देकर उसके बैंक खाते से 70 हजार रुपये गायब कर लिए गए थे। एक व्यक्ति ने रिजर्व बैंक का नंबर तलाश कर उसे पर कॉल किया था। जिससे उसके मोबाइल पर एक लिंक डाउनलोड हो गई थी। इसके बाद उसके बैंक खाते से 25 हजार रुपये निकल गए थे। वहीं एक युवक से क्रेडिट कार्ड की डिटेल ऑनलाइन भरवा कर ठगी की गई थी। तीनों मामलों में पुलिस को फरियादी के रुपये वापस दिलवाने में सफलता हाथ लगी है।
पुलिस ने दी यह जानकारी
पुलिस ने बताया कि 27 अक्टूबर 2023 को फरियादी बाबूलाल जैन ने शिकायत की थी कि उसने रिजर्व बैंक का नंबर गूगल पर सर्च कर उस पर काल कर अपनी समस्या सुनाई थी। जिसके बाद उसे कस्टमर सपोर्ट नाम से एपीके फाइल की लिंक भेजी गई थी। जिस पर क्लिक करने पर वह जैन के मोबाइल में डाउनलोड हो गई थी। इसके बाद जैन के बैंक खाते से से 25 हजार रुपये गायब हो गए थे।
इसी प्रकार दीपिका निर्मोही ने 10 नवंबर 2023 को शिकायत की थी कि उसने ऑनलाइन लोन लेने के लिए हीरो रूपी नामक एक मोबाइल एप डाउनलोड किया था। लोन एप के माध्यम से उसने 70 हजार रुपये का लोन लिया था। लोन एप कंपनी ने 42 हजार रुपये पहले ही काट लिए और बाकी राशि दीपिका के खाते में जमा कर दी थी दीपिका ने इसका विरोध किया तो उसे अलग-अलग मोबाइल नंबर से धमकी दी जा रही थी और उसके फोटो वायरल करने की बात कही गई। ज्योति को धमकाकर उससे 70 हजार रुपये ठग लिए गए थे।
वहीं संदीप जोशी नामक युवक को एक व्यक्ति ने बैंक कर्मचारी बनकर काल किया व क्रेडिट कार्ड के चार्जेस रिवाइन करने हेतु व्हाट्सएप के माध्यम से एक बैंक एप्लीकेशन भेजकर डाउनलोड करने को कहा। फोन करने वाले व्यक्ति ने संदीप को उसके क्रेडिट कार्ड की डिटेल उसमें डालने का बोला जिससे उसे बैंक खाते से 53 हजार रुपये गायब हो गए थे। तकनीकी सहायता व बैंक अधिकारी, नोडल अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर आइटी सेल द्वारा शिकायतकर्ता दीपिका निर्मोही के 40 हजार रुपये, बाबूलाल जैन के 12 हजार रुपये व संदीप जोशी के 18 हजार रुपये रिफंड कराए गए हैं।
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