नई दिल्ली,06 जनवरी। लॉरेंस बिश्नोई-काला राणा सिंडिकेट के एक प्रमुख सदस्य और शाॅर्पशूटर को शहर के रोहिणी इलाके से गिरफ्तार किया गया। उसे आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने का काम सौंपा गया था। विशेष सेल के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। आरोपी की पहचान उत्तराखंड निवासी प्रदीप सिंह (18) के रूप में हुई।
दिल्ली पुलिस अधिकारी ने कहा, उसके कब्जे से .32 बोर की दो सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल और नौ जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।अधिकारी ने कहा कि गैंगस्टर वीरेंद्र प्रताप उर्फ काला राणा ने प्रदीप को इंस्टाग्राम के माध्यम से भर्ती किया और आगे सिग्नल ऐप पर हरियाणा के करनाल निवासी भानु राणा के माध्यम से उससे जुड़ा और उसे दिल्ली और उसके आसपास आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए तैयार किया।
राशन वितरण मामले में ईडी द्वारा यह तीसरी गिरफ्तारी है, पहले कोलकाता स्थित व्यवसायी बकीबुर रहमान और दूसरे पश्चिम बंगाल के वर्तमान वन मंत्री और पूर्व राज्य खाद्य आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक हैं। रहमान की तरह आद्या भी लंबे समय से मल्लिक की करीबी विश्वासपात्र मानी जाती हैं।
सशस्त्र सीएपीएफ कर्मियों के साथ ईडी के अधिकारियों ने शुक्रवार सुबह आध्या के आवास बनगांव पर बड़े पैमाने पर छापेमारी और तलाशी अभियान शुरू किया। हालांकि, यहां ईडी के अधिकारियों को एक अन्य टीम की तरह प्रतिरोध का सामना नहीं करना पड़ा, जिसने शुक्रवार सुबह उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस नेता शेख साजहान के आवास पर एक साथ छापेमारी और तलाशी अभियान का प्रयास किया था, इसमें तीन ईडी अधिकारी घायल हो गए थे।
शुक्रवार सुबह शुरू और देर रात तक जारी मैराथन छापेमारी और तलाशी अभियान के बाद, ईडी के अधिकारियों ने आखिरकार आद्या को गिरफ्तार कर लिया। ईडी के अधिकारियों ने उनके आवास से 4.5 लाख रुपये की बेहिसाब नकदी भी बरामद की।
[metaslider id="347522"]