DRM का जवाब सुनकर नाराज हुए चीफ जस्टिस, रेलवे स्टेशन की हालात देखने कहा

बिलासपुर,06 जनवरी। बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर ड्रॉप एंड गो में बैरियर लगाकर ठेकेदार की अवैध वसूली को लेकर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा की डिवीजन बेंच ने जमकर नाराजगी जताई। मामले की सुनवाई के दौरान DRM का जवाब पढ़कर नाराज चीफ जस्टिस ने कहा कि इतना बड़ा रेलवे स्टेशन चला रहे हो, हजारों यात्रियों का आना-जाना है, उनसे कोई मतलब है या नहीं। चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा ने कहा कि रेलवे स्टेशन पर मनमानी चल रही है, कहां है DRM? ऑफिस से निकलकर रेलवे स्टेशन जाकर देखें कि क्या हालात है। यहां कोई सिस्टम है या नहीं।

दरअसल, शुक्रवार को रेलवे की अव्यवस्था को लेकर मीडिया की खबर को जनहित याचिका मानने वाली केस की सुनवाई चल रही थी। इस दौरान चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस रविंद्र अग्रवाल की डिवीजन बेंच में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के बिलासपुर डीआरएम की तरफ से शपथ पत्र के साथ जवाब प्रस्तुत किया गया। इसमें DRM ने कहा है कि समाचार प्रकाशित करने वाले संपादक को पत्र लिखा गया है। जिसमें ड्रॉप एंड गो में जबरिया वसूली संबंधी 59 रुपए की रसीद मांगी गई है। रसीद मिलने पर ठेकेदार पर कार्रवाई की जाएगी। यह जवाब पढ़कर चीफ जस्टिस बेहद नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि DRM क्या कर रहे हैं? ऑफिस से निकलकर देखें रेलवे स्टेशन के हालात।
जनता के प्रति उनकी कोई जिम्मेदारी है या नहीं? 59 रुपए के लिए अखबार से प्रूफ मांग रहे हैं। अखबार में प्रकाशित खबर पर्याप्त नहीं है क्या? आपकी क्या ड्यूटी बनती है। कानून-व्यवस्था और तय किए गए प्रावधान को मजाक बनाकर रख दिया है आप लोगों ने। सिस्टम नाम की कोई चीज है भी या नहीं?