सर्पेटोरियम एरिया बनाने के लिए केंद्र सरकार से अनुमति मांगी गई थी, जिसकी मंजूरी अब मिल चुकी,30 तरह की प्रजातियों के सांपों को रखा जाएगा

उज्जैन,04जनवरी I भगवान शिव की नगरी उज्जैन है और बाबा महाकाल यहां के राजा है। शिव की नगरी होने के कारण यहां सांपों का बहुत अधिक महत्व है। उज्जैन में यहां के निवासियों को और देश भर के श्रद्धालुओं को सांपों की अलग-अलग प्रजातियां दिखाने और उनके बारे में समझाने के लिए सर्पेटोरियम एरिया बनाने के लिए केंद्र सरकार से अनुमति मांगी गई थी, जिसकी मंजूरी अब मिल चुकी है। उज्जैन के बसंत विहार क्षेत्र में बने स्नेक इन्फोटेनमेंट में प्रदेश का पहला सर्पेटोरियम एरिया बनाया जाएगा। यहां 30 तरह की प्रजातियों के सांपों को रखा जाएगा। यह साँप लाइव देखे जा सकेंगे। यहां सांपों के बारे में जानकारी भी दी जाएगी।

उज्जैन सर्प अनुसंधान केंद्र के प्रभारी डॉ. मुकेश इंगले ने बताया कि केंद्र शासन की गाइडलाइन के अनुसार यहां सांपों के बाड़े बनाए जाएंगे, जिनमें हर मौसम के अनुकूल व्यवस्था रहेगी। ठंड के समय इन बाड़ों में गर्मी और गर्मी के समय ठंडा वातावरण रहेगा, ताकि सांपों पर ग्रहालय बनेगा ताकि मौसम का अनुकूल प्रभाव न पड़े। इंगले ने बताया कि एक बाड़े में एक ही प्रजाति के 8 से 10 सांप रखे जाएंगे, जिसमें नर और मादा दोनों होंगे।