Suspended MPs Protest : आज निलंबित सांसदों का जंतर-मंतर पर प्रदर्शन, संसद से विजय चौक तक जुलूस निकालकर करेंगे विरोध

Suspended MPs Protest: संसद से निलंबित किए गए 143 सांसद और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के नेता आज (गुरुवार) सांसदों के निलंबन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे. ये विरोध प्रदर्शन जंतर मंतर पर होगा. इसके साथ ही संसद से विजय चौक तक मार्च निकालने की भी योजना है. बुधवार को संसद परिसर में कांग्रेस अध्यक्ष की मल्किकार्जुन खरगे के चैंबर में हुई बैठक में विरोध प्रदर्शन करने का फैसला लिया गया. इससे पहले बुधवार को भी निलंबित सांसदों ने सदन के बाहर विरोध जताया.

बता दें कि संसद की सुरक्षा में पिछले सप्ताह हुई चूक के मामले में विपक्ष ने संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा किया. उसके बाद सोमवार को सांसदों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें बचे हुए शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया. निलंबित सांसदों पर आरोप है कि उन्होंने दोनों सदनों में हंगामा और सदन की कार्यवाही में व्यवधान डाला. वहीं सी थॉमस और एएम आरिफ को लोकसभा की कार्यवाही के दौरान तख्तियां दिखाने के आरोप में निलंबित किया गया है.

13 दिसंबर की घटना पर विपक्ष का हंगामा

बता दें कि 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया था. इस दौरान दो युवक संसद की दर्शक दीर्घा से कूद कर वेल में पहुंच गए और हंगामा करने लगे. इसी दौरान एक युवक और एक युवती ने संसद के बाहर भी हंगामा किया. इसी घटना पर विपक्ष सरकार पर हमलावर बना हुआ है. जिसपर विपक्ष मांग कर रहा है कि संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में गृह मंत्री सदन में जवाब दें. जिसे लेकर विपक्षी सांसदों ने सदन की कार्यवाही के दौरान जमकर हंगामा किया.

दोनों सदनों से 143 सांसद निलंबित

उसके बाद मंगलवार को कई सांसदों को बाकी शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया. इसके अलावा पिछले हफ्ते गुरुवार को भी लोकसभा के 13 और राज्यसभा के एक विपक्षी सदस्य को निलंबित किया गया था. वहीं सोमवार को लोकसभा के 33 और राज्यसभा के 45 सासंदों को निलंबित कर दिया गया. जबकि मंगलवार को लोकसभा के 49 सदस्यों पर कार्रवाई करते हुए निलंबित कर दिया गया. इसके बाद कल यानी बुधवार को भी लोकसभा से दो सांसदों को निलंबित कर दिया गया.

विपक्ष पर बीजेपी का पलटवार

वहीं दूसरी ओर बीजेपी भी विपक्ष पर पलटवार कर रही है. बीजेपी सांसद एसएस अहलूवालिया ने सांसदों के निलंबन पर विपक्ष पर तीखा हमला किया. अहलूवालिया ने 1989 में 63 सांसदों के निलंबन का जिक्र किया. इन सांसदों को इंदिरा गांधी की हत्या पर रिपोर्ट पेश करने की मांग पर सदन से निलंबित किया गया था. उन्होंने कहा कि विपक्ष सरकार को निशाना बनाने के लिए संसद की सुरक्षा में सेंध को राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा बना रही है.

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