अयोध्या। 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम लला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में शामिल नहीं होने की अपील भाजपा के वयोवृद्ध नेता लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से की गई है। यह अपील राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने की है। चंपत राय के अनुसार,रामजन्म भूमि आंदोलन में दोनों नेताओं की अहम भूमिका रही है, लेकिन अब दोनों की उम्र हो गई है। बकौल चंपत राय, दोनों नेता 90 साल के करीब है। लाल कृष्ण आडवाणी और डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने यह अपील स्वीकार कर ली है।
चंपत राय ने प्रेस कॉन्प्रेंस में बताया कि 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
उन्होंने बताया कि तैयारियां 15 जनवरी तक पूरी हो जाएंगी और प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूजा 16 जनवरी से शुरू होगी और 22 जनवरी तक चलेगी।
चंपत राय ने आगे बताया, छह शंकराचार्य और उनके मठों से जुड़े लगभग 150 साधु-संत समारोह में भाग लेंगे।
कुल मिलाकर समारोह के लिए लगभग 4,000 संतों और 2,200 अन्य मेहमानों को आमंत्रित किया गया है।
काशी विश्वनाथ, वैष्णो देवी जैसे प्रमुख मंदिरों के प्रमुखों को भी आमंत्रित किया गया है।
प्राण प्रतिष्ठा के विशिष्ट मेहमान
आध्यात्मिक नेता दलाई लामा, केरल की माता अमृतानंदमयी, योग गुरु बाबा रामदेव, सिने स्टार रजनीकांत, अमिताभ बच्चन, माधुरी दीक्षित, अरुण गोविल, फिल्म निर्देशक मधुर भंडारकर, प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी, अनिल अंबानी, प्रसिद्ध चित्रकार वासुदेव कामत, इसरो निदेशक नीलेश देसाई।
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