Oath Ceremony : तेलंगाना में रेवंत रेड्डी ने ली सीएम पद की शपथ

Revanth Reddy Oath Ceremony: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव नतीजों में कांग्रेस की करारी शिकस्त हुई. पांच में से सिर्फ एक राज्य तेलंगाना में पार्टी को जीत का स्वाद चखने को मिला है. देश के इस दक्षिण राज्य में केसीआर सरकार का राज खत्म हुआ और 7 दिसंबर गुरुवार को रेवंत रेड्डी बतौर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. खास बात यह है कि रेवंत के नाम को लेकर कांग्रेस में काफी खींचतान चली, लेकिन शीर्ष नेतृत्व की मुहर के बाद रेवंत ही तेलंगाना के नए सीएम बने. रेवंत रेड्डी के सीएम बनने के साथ ही तेलंगाने के कैबिनेट मंत्रियों के नामों की चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं. आइए एक नजर डालते हैं इस दौड़ में किन नेताओं को मौका मिल सकता है. 

1 बजे शुरू होगा शपथ ग्रहण समारोह


रेवंत रेड्डी का शपथ ग्रहण समारोह 1 बजे शुरू हुआ. इसके साथ ही उनके साथ कुछ नेता भी मंत्री पद की शपथ ली. ये शपथ ग्रहण समारोह राजधानी हैदराबाद के एलबी स्टेडियम में आयोजित किया गया. बताया जा रहा है कि इस प्रोग्राम में 1 लाख से ज्यादा लोग जुटे. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के अलावा सोनिया गांधी, राहुल गांधी भी कार्यक्रम में शामिल हुए. 

बड़ी संख्या में लोगों के कार्यक्रम में शामिल होने की वजह से सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. एक दिन पहले यानी बुधवार को ही कार्यक्रम स्थल का उच्च अधिकारियों ने मुआयना किया और हालातों का जायजा लिया. 

ये नेता रेवंत रेड्डी के साथ ले सकते हैं शपथ


रेवंत रेड्डी के तेलंगाना सीएम के रूप में शपथ लेने के साथ ही उनकी कैबिनेट के लिए कुछ मंत्री भी गुरुवार को ही शपथ लेंगे. सूत्रों के मुताबिक, इस लिस्ट में मल्लू भट्टी विक्रमार्क बतौर डिप्टी सीएम ओथ ले सकते हैं. जबकि उनके अलावा 9 अन्य नेता भी मंत्री पद की शपथ लेंगे. 

रेवंत रेड्डी की कैबिनेट की बात करें तो इसमें मल्लू भट्टी के अलावा पोन्नर प्रभाकर, श्रीधर बाबू, उत्तर कुमार रेड्डी, कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी, पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी, जी विनों और सीताक्का जैसे बड़े नेताओं को मौका मिल सकता है. बताया जा रहा है कि वाइएस राजशेकर रेड्डी सरकार में डिप्टी सीएम की भूमिका निभार रहे दामोदर राजा नरसिम्हा को भी मंत्रिपरिषद में महत्वपूर्ण भूमिका दी जा सकती है. 

बता दें कि तेलंगाना में विधानसभा की 119 सीट हैं. इसमें मुख्यमंत्री को मिलाकर कुल 18 मंत्री बनाए जा सकते हैं. दरअसल कैबिनेट मिस्टर का प्रतिशत कुल सीट का 15 फीसदी तक होता है. इससे पूर्व तेलंगाना की केसीआर सरकार में भी कुल 18 कैबिनेट मिनिस्टर थे.

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