राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव जीतने वाले दस भाजपा सांसदों ने बुधवार को संसद से इस्तीफा दे दिया। इनमें छत्तीसगढ़ से प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और रायगढ़ सांसद गोमती साय शामिल हैं। इसके अलावा मध्य प्रदेश से कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, राकेश सिंह, प्रह्लाद पटेल, रिति पाठक, उदय प्रताप सिंह, राजस्थान से किरोड़ीमल मीणा, दीया कुमारी, राज्यवर्धन राठौर भी शामिल हैं। दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से अनुमति लेकर अरुण साव और गोमती साय ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को इस्तीफा सौंपा। साथ ही मुख्यमंत्री पद को लेकर संशय और बढ़ गया है।
सूत्रों के अनुसार सरगुजा सांसद व केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह भी गुरुवार को इस्तीफा दे सकती हैं। इस बीच गुरुवार को संसद भवन परिसर के बालयोगी सभागार में भाजपा संसदीय दल की बैठक होगी। इसमें पीएम नरेन्द्र मोदी समेत सभी सांसद रहेंगे। भाजपा ने प्रदेश के चार सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारा था। रेणुका सिंह भरतपुर-सोनहट से, गोमती साय पत्थलगांव व अरुण साव लोरमी विधायक बने। पाटन में विजय बघेल हार गए। अब सीएम के लिए डा. रमन सिंह, अरुण साव, रेणुका सिंह, विष्णुदेव साय, ओपी चौधरी का नाम चर्चा में है।
भाजपा संसदीय लोकतंत्र की पाठशाला: साव
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि संसद में उन्होंने लोकतंत्र की गहराइयों को समझते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में जो सीखा है, वह छत्तीसगढ़ की जनता की सेवा और राज्य के सुशासनपूर्ण विकास के लिए अत्यंत सहयोगी साबित होगा। भाजपा संसदीय लोकतंत्र की पाठशाला है।
हाईकमान कर रहा महिला सीएम पर विचार मीडिया से चर्चा करते हुए रेणुका सिंह ने कहा कि पार्टी हाईकमान महिला मुख्यमंत्री पर विचार कर रहा है। साथ ही भाजपा सरकार की प्राथमिकता गिनाते हुए कहा कि हम महिला को केंद्र बिंदु मानकर काम करेंगे। हमारी सरकार में महिलाओं के लिए बहुत अच्छे काम किए जाएंगे।
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