कोरबा,25 नवंबर I कोरबा जिले के अंतिम छोर में बसे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पसान का मामला है जहां एक झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से ग्रामीण की मौत हो गई , मृतक ने मृत्यु के कुछ दिन पूर्व ही पसान थाने में झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज की थी परंतु उस पर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न कर मामले को जांच हेतु रखा था अब आवेदक की मृत्यु पश्चात पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर कार्यवाही की बात कह रही है,
पूरा मामला पसान थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत सेमरा के आश्रित मोहल्ला गुरद्वारी का है जहाँ भानुप्रताप ओट्टी की तबीयत खराब होने पर वह ग्राम के ही झोलाछाप डॉक्टर से इलाज कराया उक्त डॉक्टर ने उसे चार इंजेक्शन दो हाथ मे एक कमर में ,एक इंजेक्शन पेट में लगाया ,इंजेक्शन लगने के बाद तबियत में सुधार की बजाय बिगड़ने लगी , पेट वाले जगह इंजेक्शन लगाने से पक गया था ,डॉक्टर को बताने पर वह उल्टा धमकी देने लगा कि अब आगे मैं नही देख पाऊंगा तुमको जहाँ शिकायत करना हो कर दो ,जिसकी लिखित शिकायत मृतक के द्वारा पसान थाने में दी गयी जिसे पसान पुलिस ने नार्मल केस की तरह जाँच में रख लिए ,
तबियत खराब होने पर मृतक पेण्ड्रा हॉस्पिटल गया जहाँ से उसे बिलासपुर रेफर किया गया जहाँ पता चला कि इसके पेट की आंत सड़ गई हैं ,जिससे उसकी मृत्यु हो गई , ,जिसका पोस्टमार्टम पसान में किया गया अब पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है ,रिपोर्ट के अनुसार कार्यवाही करने की बात कह रही है ,और मृतक के परिवार के लोग न्याय के लिए थाने का चक्कर लगा रहे हैं ,
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