शादी का नाम आते ही खुशियां। बैंडबाजे और लजीज व्यंजन की तस्वीर मानस पटल पर उभर आती है, लेकिन जब दूल्हा-दुल्हन और बराती-घराती ही भूखे रह जाएं तो भला शादी की खुशियां कहां तक टिकेंगी।
दावत का भोजन भी दोपहर से इंतजार करते-करते शाम तक आए तो भला किसको अच्छा लगेगा। पटियाली में सरकार के सामूहिक विवाह समारोह में यही हालात बन गए। बात बड़ों तक पहुंची तो तत्काल अधिकारियों में नोटिस बाजी शुरू हो गई।
समारोह में 75 जोड़ों का विवाह संपन्न कराया गया
शुक्रवार को पटियाली ब्लॉक की ओर से सामूहिक विवाह हुए। समारोह में 75 जोड़ों का विवाह संपन्न कराया गया। विवाह की रस्म पूरी होने के बाद भी दोपहर बाद तक नवदंपति व परिजनों को भोजन नसीब नहीं हुआ। ऐसे में नवदंपति भूख की वजह से दुकानों व ठेलों पर नाश्ता करते नजर आए। कोई टिक्की खाता नजर आया तो कोई चाट-पकौड़ी। जिस ठेकेदार को भोजन का ठेका दिया गया था। उसने दोपहर बाद तक भोजन बनाकर नहीं दिया। ऐसे में जब लोगों ने शिकायत की तो विवाह समारोह में मौजूद अधिकारियों में हड़कंप मच गया। विवाह समरोह स्थल पर ठेकेदार भोजन के पैकेट लेकर शाम साढ़े चार बजे पहुंचा। बीडीओ महेंद्र पाल ने बताय कि ठेकेदार की लापरवाही की वजह से भोजन वितरण में देरी हुई। समाज कल्याण विभाग के एडीओ को नोटिस जारी कर इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है।
सड़क पर भी जाम
पटियाली कस्बा में सामूहिक विवाह समारोह के दौरान अव्यवस्थाएं हावी दिखीं। विवाह में आए परिजन व नवदंपतियों को शाम 4.30 बजे भोजन नसीब हुआ। सड़क पर विवाह का टेंट लगाए जाने की वजह से जाम के हालात बने। विवाह समारोह का टेंट सड़क पर लगा दिए जाने की वजह से वाहनों के आवागमन में दिक्कतें हुईं। सड़क पर दोनों ओर खड़े वाहनों की वजह से जाम के हालात बन गए। जाम की वजह एंबुलेंस को निकालने में काफी दिक्कतें हुईं।
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