डॉ. रवि जैसवाल मरीजो के लिए किसी देवदूत से कम नही, मध्य भारत के जाने माने कैंसर विशेषज्ञ है डॉ. रवि


0 मरीजों के प्रति सेवा की भावना व संवेदनशीलता के साथ साथ कुशल चिकित्सक के गुणों से परिपूर्ण है डॉ. रवि ।

रायपुर, 23 नवम्बर । कैंसर चिकित्सा जगत के सशक्त हस्ताक्षर के रुप में स्थापित हो चुके तथा कम समय में अपनी बड़ी पहचान बनाने वाले डॉ. रवि जैसवाल कैंसर मरीजों के लिए देवदूत बन चुके हैं, अपनी चिकित्सकीय कुशलता से उन्होंने अब तक हजारो कैंसर मरीजों को कैंसर से मुक्त कर उन्हें नया जीवन दिया है, वे एक ओर जहां एक कुशल चिकित्सक के रूप में मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज करते हैं, तो वही दूसरी ओर अपनी संवेदनशीलता का गहन परिचय देते हुए मरीजो व उनके परिजनों को आर्थिक व मनोवैज्ञानिक सपोर्ट देते है, उन्हें उचित सलाह , मार्गदर्शन एवं उत्साहवर्धन कर कैंसर से लड़ने का हौसला देते है, यही कारण है कि डॉक्टर रवि जैसवाल ने कैंसर चिकित्सा के क्षेत्र में कम समय में बड़ा नाम बनाया है, तथा आज उनकी लोकप्रियता चरम पर है।

यह कहना है रामकृष्ण केयर हास्पिटल रायपुर में अपने छोटे भाई का इलाज करा रहे श्री आदित्य सिंह सहित अन्य मरीजों के परिजनों का, वे सब डॉ. रवि जायसवाल द्वारा मरीजों व उनके परिजनों के साथ किए जा रहे आत्मीय व्यवहार के कायल हैं, उनके चिकित्सकीय कौशल के प्रति नतमस्तक हैं, उनकी शालीनता, सहजता, सहयोग की भावना को साधुवाद देते हैं। कैंसर की गंभीर बीमारी से जूझने वाले सैकड़ों, हजारों मरीजों को नया जीवन देने वाले डॉ.रवि जायसवाल छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण मध्य भारत के जाने माने कैंसर विशेषज्ञ हैं। ऑन्कोलॉजिस्ट व हिमेटोऑन्कोलॉजिस्ट डॉ.रवि जायसवाल वर्तमान में रामकृष्ण केयर हास्पिटल रायपुर में अपनी सेवाऐं दे रहे हैं। लोगों की सुविधा के मद्देनजर समय-समय पर डॉ.जायसवाल छत्तीसगढ़ तथा अन्य प्रदेशों के विभिन्न शहरों में पहुंचकर कैंसर रोग के संभावित मरीजों की जॉंच एवं उन्हें आवश्यक परामर्श उपलब्ध कराते हैं। एक सफल कैंसर रोग विशेषज्ञ की पहचान बनाने वाले डॉ. रवि जायसवाल मरीजों एवं परिजनों के बीच अत्यंत लोकप्रिय हैं, मरीजों एवं उनके परिजनों से उनका आत्मीय व्यवहार काबिले तारीफ है, वे मरीजों को मानसिक व आर्थिक सपोर्ट देते हैं, उनकी परेशानियों का उचित समाधान उपलब्ध कराते हैं। डॉ.रवि जायसवाल से मिलने व बात करने के पश्चात कैंसर मरीज एवं उनके परिजनों का कान्फिडेंस काफी बढ़ जाता है तथा कैंसर के प्रति उनके नजरिये में अत्यंत सकारात्मक बदलाव देखने को मिलता है। डॉ.रवि जायसवाल के सौम्य व्यवहार, लोकप्रियता एवं उनकी प्रोफेशनल सक्सेज के परिणाम स्वरूप छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि मध्यप्रदेश, उडी़सा, झारखण्ड, बिहार, महाराष्ट्र सहित अन्य प्रदेशों के कैंसर मरीज अपना इलाज कराने उनके पास पहुंचते है।

65 बर्षीय महिला का बोन मैरो ट्रांसप्लांट कर रचा इतिहास-

डॉ. रवि जैसवाल कैंसर चिकित्सा जगत की वह महान हस्ती हैं, जिन्होंने एक 65 बर्षीय बृद्ध महिला का सफलतापूर्वक बोन मैरो ट्रांसप्लांट कर नया इतिहास रचा है। यहाँ पर यह उल्लेख करना लाजिमी होगा कि 60 बर्ष से ऊपर की आयु के किसी व्यक्ति का बोन मैरो ट्रांसप्लांट करना अत्यंत रिस्की होता है, तथा सामान्यतः डॉ. इस उम्र में यह प्रक्रिया नही करते है , किन्तु डॉ. रवि ने मरीज के परिजनों की सहमति पर यह कार्य सफलता पूर्वक कर दिखाया।

कैंसर चिकित्सा की गहरी समझ

कैंसर चिकित्सा के क्षेत्र में डॉ . रवि जायसवाल ने कम समय मे बड़ा नाम अर्जित किया है। कैंसर के विभिन्न रूपों तथा उनके सफलतम इलाज की गहरी समझ ने डॉ. रवि जायसवाल को इस मुकाम तक पहुचाया है, कि आज मुम्बई , सिकंदराबाद, बेगलुरु, पुणे, हैदराबाद सहित अन्य बड़े शहरों के सुप्रसिद्ध कैंसर हॉस्पिटलों में ईलाज कराने के बाद मरीज डॉ. रवि जायसवाल के पास अपना आगे का इलाज कराने पहुंच रहे है।

विभिन्न प्रदेशों के मरीज पहुंचते है इलाज कराने

एक सफल कैंसर रोग विशेषज्ञ की पहचान बनाने वाले डॉ. रवि जायसवाल मरीजों एवं परिजनों के बीच अत्यंत लोकप्रिय हैं, मरीजों एवं उनके परिजनों से उनका आत्मीय व्यवहार काबिले तारीफ है, वे मरीजों को मानसिक व आर्थिक सपोर्ट देते हैं, उनकी परेशानियों का उचित समाधान उपलब्ध कराते हैं। डॉ.रवि जायसवाल से मिलने व बात करने के पश्चात कैंसर मरीज एवं उनके परिजनों का कान्फिडेंस काफी बढ़ जाता है तथा कैंसर के प्रति उनके नजरिये में अत्यंत सकारात्मक बदलाव देखने को मिलता है। डॉ.रवि जायसवाल के सौम्य व्यवहार, लोकप्रियता एवं उनकी प्रोफेशनल सक्सेज के परिणाम स्वरूप छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि मध्यप्रदेश, उडी़सा, झारखण्ड, बिहार, महाराष्ट्र सहित अन्य प्रदेशों के कैंसर मरीज अपना इलाज कराने उनके पास पहुंचते है।

कैंसर रोग अब असाध्य नहीं

सुप्रसिद्ध ऑन्कोलॉजिस्ट व हिमेटोऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. रवि जायसवाल का कहना है कि कैंसर के प्रति आम लोगों को जागरूक होना अतिआवश्यक है, कैंसर रोग अब असाध्य नहीं रह गया, इसका पूर्ण इलाज संभव है तथा ऑपरेशन के बिना भी कैंसर का इलाज किया जा रहा है। परिवार के किसी सदस्य को यदि कैंसर डायग्नोस होता है तो परिवारजनों को इसमें घबराने की आवश्यकता नहीं है, जरूरत है उसके समयबद्ध इलाज की, समुचित देखभाल की तथा इलाज के प्रोटोकाल का पूर्ण रूप से पालन किये जाने की।

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